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video: पीपलू में पानी के लिए कर रहे है मशक्कत, सुबह से ही लग जाती है महिलाओं की भीड़

केन्द्र और राज्य सरकार जनता को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। वहीं दूसरी ओर स्टेट हाइवे 117 पर स्थित ग्राम पंचायत नाथड़ी के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। सुबह उठते ही महिलाओं का सारा काम छोडकऱ पानी की ङ्क्षचता सताने लगती है।

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पीपलू. केन्द्र और राज्य सरकार जनता को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। वहीं दूसरी ओर स्टेट हाइवे 117 पर स्थित ग्राम पंचायत नाथड़ी के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। सुबह उठते ही महिलाओं का सारा काम छोडकऱ पानी की ङ्क्षचता सताने लगती है। ग्रामीण महिलाएं सुबह 6 से 8 बजे तक घरों से करीब 1 से 2 किमी दूर ग्राम पंचायत के सामने की साइड जलदाय विभाग की ओर से बीसलपुर पेयजल लाइन से निकाले गए 4 कनेक्शन पाइपों से पानी भरने के लिए निकल पड़ती है।

महिलाओं के साथ बच्चे भी पानी भरने के लिए पहुंचते हैं। नाथड़ी गांव से चौराहा तथा कनेक्शनों पर महिलाओं की बाल्टियों, बर्तनों में पानी लेकर आने-जाने की रेलमपेल लगी रहती है। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि हर घर जल से नल तो दूर नाथड़ी के ग्रामीणों को पीने के लिए पानी के लिए प्रतिदिन 1 से 2 किमी की दौड़ लगानी पड़ती है।

महिलाएं सिर पर एक-दो बाल्टी, हाथों में बाल्टी लटकाएं लंबी दूरी तय करती है। महिलाओं ने बताया कि यह व्यवस्था भी गत दिनों प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर में की गई शिकायत के बाद शुरू की गई है, अन्यथा ग्रामीण पानी की बूंद बूंद तक को तरस रहे थे।

महिलाओं ने नेताओं को कोसा: पानी भर रही महिलाओं के बीच पहुंचकर बात करने पर हरबाई, फोरन्ता, धोली देवी ने जमकर सरकार व नेताओं को कोसा। महिलाओं ने कहा कि नेता वोट के समय तो घर-घर आते हैं। लेकिन समस्या को जानने नहीं पहुंचा है।

नाथड़ी में ग्रामीणों को वैकल्पिक तौर पर 4 कनेक्शन देकर पानी उपलब्ध करवाया जा रहा हैं। पेयजल योजना की लाइन क्षतिग्रस्त होने की वजह से कनेक्शन ग्राम पंचायत के पास दिए गए हैं।
प्रांशु विजयवर्गीय, सहायक अभियंता, पीएचईडी विभाग पीपलू