
अनियमितता एवं फर्जीवाड़े में निलम्बित व्यवस्थापक ने आदेश के बाद भी नहीं दिया अध्यक्ष को चार्ज
दूनी. अनियमितता एवं फर्जीवाड़े में लिप्त घाड़ जीएसएस व्यवस्थापक रामप्रसाद मीणा के निलम्बित होने के कई दिन बाद भी चार्ज नहीं सौंपने पर दी सेन्ट्रल कॉपरेटिव बैंक टोंक प्रबंध निदेशक ने दूनी शाखा प्रबंधक को पाबंद कर निलम्बित व्यवस्थापक से घाड़ जीएसएस अध्यक्ष राधेश्याम पहाडिय़ा को चार्ज दिलवाने के आदेश दिए है।
उल्लेखनीय है कि दी सेन्ट्रल कॉपरेटिव बैंक टोंक प्रबंध निदेशक के निर्देश के बाद घाड़ जीएसएस की ओर से अनियमितता व फर्जीवाड़े में लिप्त पाए जाने के बाद निलम्बित कर चार्ज देने के आदेश दिए, लेकिन चार्ज नहीं देने के बाद दूनी शाखा प्रबंधक को पाबंद कर निलम्बित व्यवस्थापक से घाड़ जीएसएस अध्यक्ष को चार्ज दिलवाने के आदेश दिए है।
जीएसएस अध्यक्ष पहाडिय़ा ने बताया कि व्यवस्थापक मीणा के खिलाफ कई साल से समिति में अनियमितता एवं फर्जीवाड़ा करने का मामला चल रहा था मामले की जांच टोंक के सहकारिता निरीक्षक विनोद पहाडिय़ा की ओर से की जा रही थी।
पहाडिय़ा की ओर से जांच पूर्ण कर प्रबंध निदेशक को रिपोर्ट सौंपे जाने पर उन्होंने व्यवस्थापक को निलम्बित करने का सात बिन्दूओं का आदेश 05 नवम्बर को घाड़ जीएसएस अध्यक्ष को भेजे जाने पर अध्यक्ष ने 07 नवम्बर को कोरम में प्रस्ताव लेकर उक्त व्यवस्थापक को निलम्बित कर रिकार्ड जमा करा चार्ज देने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों ने दी बहिष्कार की चेतावनी
टोंक. देवली के सतवाड़ा, नयागांव व लाखोलाई के ग्रामीणों ने देवी खेड़ा को बनाई गई ग्राम पंचायत का विरोध कर पंचायतराज चुनाव का बहिष्कार की चेतावनी दी है। उन्होंने गुरुवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर देवी खेड़ा को ग्राम पंचायत बनाने का विरोध किया है।
उन्होंने देवी खेड़ा के स्थान पर सतवाड़ा या नयागांव को ग्राम पंचायत बनाने की मांग की है। ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि सतवाड़ा, नयागांव व लाखालोई की दूरी अधिक है। ग्रामीणों ने बताया कि पहले ये गांव ग्राम पंचायत राजमहल में थे। अब ग्रामीणों को राजकीय कार्यके लिए राजमहल होते हुए नईग्राम पंचायत देवी खेड़ा में जाना पड़ेगा। इससे उन्हें परेशानी होगी।
ऐसे में उन्होंने उक्त गांवों को राजमहल ग्राम पंचायत में ही रखने या सतवाड़ा व नयागांव को ग्राम पंचायत बनाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में वार्डपंच ममता प्रजापत, रामप्रसाद, गोपाल, अशोक, सुरेश, रमेश, रामनिवास, गणेश, आशाराम, घासी, भगवान आदि शामिल थे।
Published on:
30 Nov 2019 09:00 am
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