टोंक. जिले के मेहंदवास पुलिस थानांतर्गत काबरा में शनिवार की सुबह क्वाट्र्ज फैल्सीपार की खदान अचानक ढह जाने से दो मजदूरों की दबकर मौत हो गई। घटना के बाद खदान कर्मियों ने दोनों श्रमिकों को इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया जहां से दोनों को सआदत अस्पताल टोंक लाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मेहंदवास पुलिस थानाधिकारी उदयवीर सिंह पुलिस जाप्ते सहित एवं पुलिस उपाधीक्षक सलेह मोहम्मद भी सआदत अस्पताल पहुंचे जिन्होंने घटना की जानकारी ली।
घटना कि सूचना पर ग्राम अरनिया केदार के सरपंच हंसराज फागणा सहित अन्य भी सआदत अस्पताल पहुंचे जिन्होंने खदान को अवैध बताते हुए खनन बन्द करने की धमकी दी। जिस दौरान उपाधीक्षक सलेह मोहम्मद ने माइनिंग अवैध है या नही यह मामला खनिज विभाग का बताया। इस मामले में हंसराज फागणा व उपाधीक्षक, एएसएचओ के बीच तनातनी भी हुई। डिप्टी सलेह मोहम्मद ने दो टूक शब्दों में कहा कि पुलिस को रिपोर्ट दे दो, जांच में जो भी होगा सामने आ जाएगा, कार्रवाई निष्पक्ष की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार की सुबह काबरा गांव में क्वाट्र्ज फैल्सीपार की खदान में दो मजदूर देवालाल पुत्र प्रभु गुर्जर (30) निवासी दलपुरा थाना शक्करगढ़ जिला भीलवाड़ा तथा शाहरूख उर्फ शेरू खान पुत्र वली मोहम्मद (28) निवासी लवादर थाना मेहंदवास काम करने गए थे।
दोनों श्रमिकों ने जैसे ही काम शुरू किया अचानक खदान ढ़ह जाने से मलबा डंपर गिर जाने से दोनों मजदूर दब गए। जिसकी सूचना के तुरंत बाद खदान कर्मियों ने दोनों को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला तथा प्राइवेट अस्पताल लेकर गए जहां से दोनों को सआदत अस्पताल टोंक लाने पर चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दोनों श्रमिको के परिजनों को सूचना दी ।
जिसकी इतला मिलने के बाद कांग्रेस के अरनिया केदार सरपंच हंसराज फागणा अपने समर्थकों सहित सआदत अस्पताल पहुंचे जिन्होंने खदान को बन्द कराए जाने एवं मृतकों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिए जाने की मांग की।
मुआवजे का दिया आश्वासन
ग्रामीणों व परिजनों की और से मुआवजे की मांग को लेकर खान मालिक ने दूरभाष पर दोनों मृतकों के परिवार को अपनी और से उचित मुआवजा राशि दिए जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों ने मोर्चरी से शव लिए।