19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शोभायात्रा पर लोगों ने फूल बरसाकर किया स्वागत

शोभायात्रा सुबह श्री रामकृष्ण मंदिर से रवाना हुई। इसमें समाज के लोग नाचते हुए चल रहे थे।  

2 min read
Google source verification
शोभायात्रा

टोंक में निकाली गई शोभायात्रा व कलशयात्रा में शामिल महिलाएं।

टोंक. अखिल भारतीय विजयवर्गीय वैश्य महासभा टोंक प्रदेश की ओर से होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलन में शोभायात्रा निकाली गई। इसमें शामिल अन्तरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के पीठाधीश्वर स्वामी रामदयाल पर लोगों ने फूल बरसाकर स्वागत किया।

शोभायात्रा सुबह श्री रामकृष्ण मंदिर से रवाना हुई। इसमें समाज के लोग नाचते हुए चल रहे थे। बड़ा कुआं क्षेत्र में ओमप्रकाश गुप्ता, रमेश काला, बाबूलाल जैन, बीना जैन छामुनिया आदि लोगों ने फूल बरसाकर स्वागत किया। इसके बाद शोभायात्रा विजयवर्गीय धर्मशाला पहुंची। यहां स्वामी रामदयाल के प्रवचन हुए।


इस मौके पर सम्मेलन संयोजक रामजीलाल खणूज, प्रदेशाध्यक्ष बद्रीलाल बिणजारी, राकेश, युवा संयोजक कमलेश विजय, सामूहिक विवाह समिति के पूर्व संयोजक कैदार विजय, नवरतन विजय, गिर्राज मेहंदवास, गोरीशंकर, मदन दीवान, कुसुम विजय आदि मौजूद थे।


छवि स्थापना की
शोभायात्रा धर्मशाला पहुंचने पर स्वामी रामदयाल ने स्वामी रामचरण की छवि व गुरुवाणी जी की स्थापना की। इसके बाद प्रवचन हुए। इस मौके पर संत रामदयाल ने कहा कि लोगों के पास समय होता है तब समझ नहीं होती। और जब समझ आती है तब समय नहीं रहता।

ऐसे में जरूरी है कि लोग समय निकाल कर सतवाणी सुने। इस मौके पर संत रामनिवास, कोमलराम, केवलराम आदि ने भी प्रवचन कहे। प्रदेशाध्यक्ष बद्रीलाल बिणजारी ने बताया कि सम्मेलन में 13 जोड़े विवाह बंधन में बंधेंगे। समारोह में आकाश विजयवर्गीय मुख्य अतिथि होंगे। विशिष्ट अतिथि विधायक अजीत सिंह मेहता होंगे। अध्यक्षता नरेश विजयवर्गीय करेंगे।

कन्यादान के साथ रक्तदान भी
सम्मेलन में युवाओं ने अनूठी पहल शुरू की है। इसके तहत रक्तदान का कार्यक्रम भी होगा। संयोजक कमलेश लवादर व मीनाक्षी फाउण्डेशन झिलाय अध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में सौ यूनिट रक्तदान का लक्ष्य है।

श्रद्धालुओं ने दिए अघ्र्य
बनेठा. क्षेेत्र के संूथड़ा गांव में सुखोदय तीर्थ क्षेत्र मुनि सुव्रतनाथ शनिग्रह निवारक अतिशय क्षेत्र में शनि अमावस्या पर अभिषेककर्ता मण्डल की ओर से मंडल विधान आदि धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान जैन इन्द्र-इन्द्राणियों ने महामंडल विधान में मंत्रोच्चार के साथ अघ्र्य अर्पित किए। साथ ही तीर्थंकरों से परिपूर्ण शिला स्थलों की पूजा-अर्चना कर परिक्रमा लगा महाआरती उतारी गई।