वनराज ने दी समर को चेतावनी
वनराज समर को चेतावनी देते हैं कि वह बेशक नंदनी से भागकर शादी कर लें, लेकिन उसके बाद वह उनके घर में कदम नहीं रखेगा। यह सुनकर अनुपमा हैरान हो जाती है और वह कहती हैं कि नंदनी और समर की सगाई होगी। बातों ही बातों में बॉ अनुपमा को कह देती है कि वह अब उनके घर के फैसलों में नहीं बोल सकती है कि क्योंकि उनका उनके परिवार संग सारे रिश्ते टूट गए हैं।
जिसे सुनकर अनुपमा हैरान और परेशान हो जाती हैं। अनुपमा परिवार वालों के व्यवहार से दुखी होती हैं और हाथ जोड़कर घर से बॉ और वनराज से कहती हैं कि वह उनका गुस्सा नंदनी और समर पर ना उतारे।
नंदनी ने सगाई करने से किया मना
पूरे परिवार को आपस में लड़ते हुए नंदनी सगाई करने से मना कर देती है। नंदनी कहती है कि जब तक पूरा परिवार उनके साथ नहीं होगा तब तक वह शादी नही करेंगी। इस बात पर समर सहमती जताते हुए खुद भी अहमी भरते हैं और कहते हैं कि जब तक पूरा परिवार उनको आशीर्वाद नहीं देता वह शादी नहीं करेंगे। तभी वनराज समर से कहते हैं कि उन्हें उनकी मां अनुपमा चाहिए या फिर पूरा परिवार। यह बात सुनकर समर अपनी मां अनुपमा को चुनता है और कहता है कि जहां उनकी मां वहां उनका पूरा परिवार।
( Pre– नंदनी मां नहीं बन सकती यह सच्चाई जानकर बॉ और वनराज सगाई तोड़ देते हैं। जिसके बाद समर अपने पूरे परिवार से अलग होकर अनुपमा के पास चला है। समर नंदनी फैसला करते हैं कि जब तक पूरा परिवार उनकी खुशी में शामिल नहीं होगा वह शादी नहीं करेंगे। )