किसी को भी ये बात ठीक नहीं लगता सब मालविका को माना करते हैं। काव्या को ये सब देख के बहुत गुस्सा आता है। मालविका इस बात को लेकर वनराज को जिद करती है। वनराज को समझ नही आता है की उसे क्या बोलना चाहिए। मालविका अपनी जिद छोड़ने को राजी नहीं होती है।
अनुपमा काव्या को ना पूछ कर मालविका की शाह हाउस में रहने देती है। इस बात पर मालविका बहुत कुछ होती है। परन्तु अनुज इस चीज़ के लिए मना करता है।अनुज के ऐसे करने से मालविका भी दुखी हो जाती है।
मालविका के कारण काव्या और वनराज के रिश्ते मे भी दरार आ रही है। काव्या इस बात से काफी परेशान है। बा को भी मालविका का रुकना नही पसन्द पर अनुपमा उसे रुकने देती है
काव्या को गुस्सा आता है की आखिर अनुपमा ने मालविका को घर पर क्यू रेहने दिया। काव्या इस बात को लेकर काफी गुस्सा करती है। पर अनुपमा उसे समझाने की कोशिश करती है ।