काव्या मांगती है अनुज कपाड़िया से जॉब काव्या के जॉब मांगने पर अनुज कपाड़िया अनुपमा से बात करता है । और उससे पूछता है कि अगर तुम कंफर्टेबल हो तो ही मैं उसे जॉब पर रख लूंगा । अनुपमा हां कहती है। अनुज कपाड़िया काव्य से कहता है कि तुम्हारा जॉब डन है। पर तुम्हारा पति यहां आकर कोई तमाशा ना करें।
पाखी करती है मिड टर्म एग्जाम में टॉप
पाखी अपने स्कूल में टॉप करती है । इस बात की खुशी वह अपने मां पापा के साथ शेयर करना चाहती है । इसलिए वह केक बनाती है और बा से कहती है कि आजकल घर का माहौल अच्छा नहीं रहता है । तो आज मैं अपनी मम्मी और पापा को केक बना कर खुश करूंगी।
पाखी अपने स्कूल में टॉप करती है । इस बात की खुशी वह अपने मां पापा के साथ शेयर करना चाहती है । इसलिए वह केक बनाती है और बा से कहती है कि आजकल घर का माहौल अच्छा नहीं रहता है । तो आज मैं अपनी मम्मी और पापा को केक बना कर खुश करूंगी।
वनराज होता है काव्या पर गुस्सा
वनराज काव्या पर गुस्सा होता है ।कि वह कैसे अनुपमा के अंदर काम कर सकती है। इस पर काव्या उससे कहती है कि काम करने में कोई बुराई नहीं है। मैं भीख नहीं मांग रही हूं मुझे एक अच्छी सैलरी पर नौकरी मिली है मैं यह करूंगी।
Precap —पाखी होती है अनुपमा और वनराज पर गुस्सा । और कहती है कि जब मां बाप एक दूसरे से लड़ते हैं तो वह डिवोर्स ले लेते हैं ।पर अगर बच्चा ही मां-बाप से परेशान हो जाए तो वह किससे डिवोर्स ले । ऐसा सुनकर वनराज और अनुपमा भी दुखी होते हैं और सोचते हैं कि हमारे रोज रोज की लड़ाई से हमारे बच्चों के जिंदगी पर फर्क पड़ रहा है।