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‘रामायण’ के लिए 10 साल तक काटने पड़े कोर्ट के चक्कर, बर्बाद हो गया था ‘राम’ का कॅरियर

'रामायण' में राम का किरदार निभाने के बाद अभिनेता अरुण गोविल को काम के लिए भटकना पड़ा था दर—दर...

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मुंबई

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Bhup Singh

Apr 10, 2020

Arun Govil

Arun Govil

कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरे देश में 14 अप्रेल तक लॉकडाउन लगाया गया है। इस दौरान टीवी चैनल दूरदर्शन पर 33 साल बाद फिर से रामानंद सागर ( Ramanand Sagar ) की 'रामायण' ( Ramayan ) का प्रसारण किया जा रहा ताकि लोग घरों में बोर ना हो। लेकिन क्या आप जानते दर्जनों रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले टीवी शो 'रामायण' शो के निर्देशक से लेकर कलाकारों को रियल जिंदगी में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। आइए जानते हैं कुछ दिलचस्प किस्से...!

रामानंद को 'रामायण' के प्रसारण के लिए दूरदर्शन के 2 साल तक चक्कर लगाने पड़े थे जब जाकर कहीं 1987 में प्रसारण हो सका था। क्योंकि इससे पहले कभी चैनल पर इस तरह के शो का प्रसारण नहीं हुआ था इसलिए अधिकारियों में कई खामियां निकाली थी। खासकर सीता बनी दीपिका चिखलिया की वेशभूषा। 'रामायण' के 78 एपिसोड्स दिखाने के बाद लोग रामानंद से 'लव कुश' की स्टोरी दिखाने की मांग करने लगे। लेकिन रामानंद इस बात के लिए राजी नहीं थे। इसके बाद शो को लेकर कई तरह के विवाद सामने आए। रामानंद को इसके लिए 10 साल तक कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े और कई केस लड़ने पड़े।

'रामायण' में राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल का कहना है, 'लोग भगवान की तरह पूजने लगे थे। उनकी छवि राम जैसी बन गई थी।' 'रामायण' पूरी होने के बाद अरुण सिनेमा में वापसी करना चाहते थे, लेकिन कोई निर्माता उन्हें काम देना चाहता था। उन्हें लगता था कि अब मैं कमर्शियल फिल्मों के लिए उपयुक्त नहीं रहा हूं। यह मेेरे कॅरियर का सबसे बड़ा नकारात्मक पक्ष बन गया। इसी के चलते मेरा कॅरियर बर्बाद हो गया।