आज भले ही रवीन्द्र जैन इस दुनिया में नही हैं लेकिन रामायण ने उन्हें अमर बना दिया। उन्होनें रामायण की कई चौपाईयों को अपनी आवाज दी थी।
रवीन्द्र जैन ऐसे इंसान थे जिन्होने पिता के कहे मार्ग पर चलकर वह सब कुछ हासिल किया, जिसके वह हकदार थे। उन्होंने दुनिया को अपने मन की दृष्टि से देखा, समझा और अपने ही रचे गीतों को मधुर धुनों से सजाया।