जिला समन्वयक नवनीत औदिच्य ने बताया कि बालक अपनी दैनिक जरूरतों एवं घर वालों के दबाव में यह कार्य करते हैं जो उनके बाल मन पर वज्रपात है। इस तरह का अभियान इन मासूम बालकों के लिए शहर में निरन्तर चलाया जाएगा । साथ ही शहर के सभी नागरिकों से इस राज कार्य में सहयोग की अपील की है ताकि बच्चों को इन विषम परिस्थितियों से निकाला जा सके । इन सभी को बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रीति जैन और सदस्य बीके गुप्ता के समक्ष पेश किया गया । जिसमें चार बच्चे अपनी मां के साथ में थे । उनको पाबंद कर परिवार को सुपुर्द किया गया तथा तीन बच्चों को शेल्टर होम में आश्रय दिलवाया गया ।
READ MORE : video : सवाईमाधोपुर बस हादसे पर राजस्थान के गृहमंत्री ने उदयपुर में दिया ये बड़़ा़ बयान…जानिए क्या कहा स्मार्ट सिटी के तहत भिक्षावृत्ति से पूरे शहर को मुक्त कर रखा जाएगा इसलिए समय समय पर रेस्क्यू अभियान किया जाएगा। इसलिए आम नागरिक से भी अनुरोध है कि वह इस अभियान में पूर्ण सहयोग प्रदान करें । आज के इस अभियान में एएचटीयू की टीम की ओर से सीआई हनुवंत सिंह, हेड कांस्टेबल प्रेम सिंह , दीपिका , राजेश व चाइल्ड लाइन टीम की ओर से दलपत सिंह , महेंद्र सिह, सूर्यकमल वैष्णव उपस्थित थे । साथ ही जिन बच्चों के मातापिता इन्हें इस कार्य में स्वयं भेजते हैं उनके खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज करवा कर आगे की कार्यवाही करवाई जायगी।