
एक आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार
तेजी से डिजिटल हो रही दुनिया में साइबर क्राइम बढ़ रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रथम बुधवार को साइबर जागरूकता दिवस पर उदयपुर पुलिस ने साइबर ठगी से बचने की जनता से अपील की है।
सतर्क रहें, इनसे बचें
- साइबर फ्रॉड से बचने के लिए मजबूत पासवर्ड हो, जिसका अनुमान लगाना संभव नहीं हो।
- सिस्टम को मैलवेयर से मुक्त रखने के लिए एंटीवायरस प्रोग्राम (सॉफ्टवेयर) का उपयोग करना चाहिए।
- सतर्क रहें और अपनी पहचान तथा महत्वपूर्ण जानकारी की चोरी से बचने के लिए खुद को स्मार्ट और एक्टिव बनाएं।
- अपने बच्चों को इंटरनेट के बारे में अवगत कराएं ताकि वे दुरुपयोग या उत्पीडऩ जैसी परिस्थिति से गुजर रहे हैं तो इस बारे में तुरंत अवगत करा सके।
- किसी भी तरह के लकी ड्रॉ, लॉटरी के लालच या झांसे में न आएं
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साइबर सुरक्षा
साइबर सुरक्षा हमारे सिस्टम, नेटवर्क, उपकरणों और कार्यक्रमों को द्वेषपूर्ण सॉफ्टवेयर के हमले से बचाती है। ऐसे में अपराधियों द्वारा डेटा की अवैध पहुंच को रोका जा सकता है। साइबर क्राइम से सुरक्षित रहने का सबसे उचित तरीका सुरक्षा के उपायों का पालन करना है। ऐसे कई तरीके हैं, जिनके द्वारा हम अपनी गोपनीय जानकारी को लीक होने से बचा सकते हैं। हमें हमेशा जागरूकता पर ध्यान देना चाहिए। साइबर हेल्प लाइन नम्बर 155260 या सायबर पुलिस.एनआईसी.इन पर शिकायत या पुलिस से सम्पर्क किया जा सकता है।
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सायबर ठग लोगों के खातों से पैसे उड़ाने के लिए नई-नई जुगत लगाते रहते हैं। किसी न किसी तरीके से वो कई बार खातों को खाली करने में सफल हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि खाताधारक बेहद सावधानी बरतें। अब साइबर ठगी का नया तरीका सामने आया है। इसमें ठग किसी के अकाउंट को हैक कर लेते हैं और पूरी रकम लूट लेते हैं। इतना ही नहीं ठग पैसे निकालने से पहले या बाद में खाताधारक को फोन या मैसेज करते हैं और बताते हैं कि उनका खाता हैक कर लिया गया है। लोगों को उनके मोबाइल पर मैसेज आता है, जिससे उन्हें पता चलता है कि उनके खाते से पैसे निकाल लिए गए हैं।
दरअसल, समझने वाली बात है कि यहीं से ठगों का असली खेल शुरू होता है। जब खाताधारक के खाते से पैसे गायब हो जाता है कि वो ठग से पैसा वापस करने के लिए कहता है। ऐसे में ठग उनके सामने शर्त रखता है कि वो उनके मोबाइल पर आने वाले OTP को उन्हें बता दें और वो उनकी कुछ रकम वापस कर देंगे। ऐसे में जो भी ओटीपी बता देगा उसके खाते से पूरे पैसे गायब हो जाएंगे।
OTP न बताएं
यहां यह समझना होगा कि अगर खाताधारक अपना ओटीपी ठगों को नहीं बताएं तो उनका पैसा वापस आ सकता है। दरअसल, ठग किसी भी खाते को हैक कर उसमें मौजूद रकम की एफडी बनवा लेते हैं। ऐसा कुछ ही देर या एक दिन के लिए होता है। अगर उन्हें ओटीपी मिल जाता है तो वो एफडी से सारे पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। यहां ध्यान देने वाली बात है कि अगर ओटीपी न बताया जाए तो पैसा बच सकता है।
Published on:
06 Jan 2022 08:06 am
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