उदयपुर जिले में उदयपुर शहर सहित 6 जगहों को शहरी माना गया है। शहरी जल योजनाओं में उदयपुर शहर, खेरवाड़ा ऋषभदेव और फतहनगर में 48 घंटे और भींडर-कानोड़ में 72 घंटे में जलापूर्ति की जा रही है। इस स्थिति को बनाए रखने के लिए विशेष तैयारी की गई है।
नलकूप-बावडिय़ां भी मददगार
शहर में 84 नलकूपों, 27 कुओं व बावडिय़ों से भी जलापूर्ति का पानी लिया जा रहा है। शहर के विभिन्न स्थानों पर 218 पनघट और 2590 हैंडपम्प स्थापित है। कुल संख्या में से 2518 हैण्डपम्प चालू स्थिति में है। योजना पर अभी 1 लाख 1 हजार 992 नल कनेक्शन है।
बंद नहीं किया कंट्रोल रूम
हर साल गर्मी में कंट्रोल रूम 1 मार्च से शुरू होता है] लेकिन विभाग ने सालभर कंट्रोल रूम का संचालन तय किया है। ऐसे में अगस्त में बंद होने वाला कंट्रोल रूम बीते साल बंद नहीं किया। गर्मी आने से पहले इन दिनों में भी कंट्रोल रूम का संचालन विधिवत रूप से हो रहा है।
यह भेजे गए प्रस्ताव
– ग्रामीण क्षेत्रों के लिए गर्मी में आकस्मिक स्थिति के लिए 395.20 लाख लागत के 18 प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भेजे – शहरी क्षेत्रों के लिए गर्मी में आकस्मिक स्थिति के लिए 302.36 लाख लागत के 4 प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भेजे – 24 अप्रेल से 24 अगस्त तक ग्रामीण क्षेत्रों में टैंकर से जलापूर्ति के 922 बस्तियों के लिए 399.72 लाख के प्रस्ताव भेजे – 24 जनवरी से 24 मार्च तक शहरी क्षेत्रों में टैंकर से जलापूर्ति का 8.68 लाख का प्रस्ताव कानोड़ के लिए भेजा
– 24 अप्रेल से 24 अगस्त तक शहरी क्षेत्रों में टैंकर से जलापूर्ति के 194.64 लाख लागत के 5 शहरों के लिए प्रस्ताव भेजे
यह स्थिति जानें
-6.60 लाख वर्तमान आबादी शहरी क्षेत्र की -152 एमएलडी पानी की डिमांड वर्तमान में -105 एमएलडी जलापूर्ति हो रही वर्तमान में
कहां से कितने पानी का उठाव
पिछोला से 28.5 एमएलडी फतहसागर से 15 एमएलडी जयसमंद से 20.5 एमएलडी मानसी वाकल से 31 एमएलडी स्थानीय स्रोतों से 105 एमएलडी (एमएलडी : 10 लाख लीटर)