
उदयपुर . कार्य के दौरान दुर्घटना में हताहत होने वाले कर्मचारियों को लेकर विद्युत निगम का कार्मिक विभाग लापरवाही के मामले सामने आए हैं। घायल और मृतक कर्मचारी के परिजन आर्थिक सहायता नहीं मिलने के चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं नियमों का हवाला देकर उन्हें इधर से उधर दौडऩे के लिए मजबूर किया जा रहा है। विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय में कार्मिकों की समस्याओं के समय पर निस्तारण के लिए कार्मिक अधिकारी नियुक्त किया हुआ है। इसके बावजूद कर्मचारियों की समस्याओं का समय पर निराकरण नहीं होने पर कर्मचारी और उनके परिजन एक अधिकारी से दूसरे के पास चक्कर लगाने को मजबूर हैं। इस संबंध में अजमेर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ की ओर से उच्चाधिकारियों को ज्ञापन देकर स्थिति से अवगत करवाया गया। इसमें उदाहरण सहित बताया गया है कि मृतक कर्मचारियों और घायल कर्मचारियों के परिजनों को नियमों में उलझाने के साथ ही आर्थिक सहायता से महरूम किया जा रहा है।
ये दिए उदाहरण
ज्ञापन में बताया कि तकनीकी सहायक राजेंद्र डोडियार का काम के दौरान हादसे में निधन हो गया था। उनके आश्रितों को आर्थिक सहायता निगम व कानूनी प्रावधानों के तहत अब तक प्रदान नहीं की गई है। साथ ही खेरवाड़ा सहायक अभियंता कार्यालय में कार्यरत तकनीकी कर्मचारी मोहनलाल मीणा पुत्र गणेशलाल मीणा बीमारी के कारण कार्यालय में उपस्थित नहीं हो सके। लगभग पांच वर्ष से अधिक समय बीत जाने पर भी कार्मिक अधिकारी ने न तो कर्मचारी हित में कोई न्यास सम्मत कार्रवाई की और न ही उसे किसी प्रकार वेतन जारी किया गया। ऐसा करते हुए कार्मिक अधिकारी ने अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं करते हुए उक्त कामगार की जिम्मेदारी विभाग पर डाल दी।
ये भी बताई कमियां
सरकार ने करीब तीन माह पूर्व कर्मचारी कल्याण शिविर लगाने के निर्देश दिए। इसके बावजूद अब तक एक भी शिविर आज तक नहीं लगाया गया। इसी प्रकार तकनीकी कामगारों की सुरक्षा को लेकर सीएंडडी प्रशिक्षण नहीं दिए जा रहे। निगम प्रबंधन के निर्देश पर आयोजित जागरूकता शिविर के दौरान भी कार्मिक अधिकारी अपने कर्तव्य से विमुख रहते हैं। डूंगरपुर तथा राजसमंद में सीएंडडी प्रशिक्षण शिविरों की जांच, डूंगरपुर-राजसमंद में की गई तकनीकी कर्मचारियों की पदोन्नति की जांच करवाई जाए। साथ ही ओवर टाइम की राशि समय पर कर्मचारियों को नहीं दी गई है।
सहयोग करेंगे
कर्मचारियों की समस्याओं संबंधित जानकारी मेरे पास नहीं है। मैं कल ही इन्हें दिखवाता हूं और कर्मचारियों को नियमानुसार जो भी सहयोग किया जा सकता है वह होगा।
एसके सिन्हा, अधीक्षण अभियंता, अविविनिलि, उदयपुर
Published on:
13 Dec 2017 01:53 pm
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