
राजस्थान सरकार वरिष्ठ नागरिकों को AC ट्रेन से तीर्थ यात्रा कराएगी। Patrika
पंकज वैष्णव
मंदिरों की देखरेख और संपत्तियों की निगरानी करने वाला देवस्थान विभाग मंदिर जीर्णोद्धार और निर्माण पर पूरा बजट खर्च नहीं कर पा रहा है, जबकि पिछले वर्षों में शुरू हुई तीर्थ यात्रा योजना पर लगभग पूरी राशि खर्च हो रही है। पिछले पांच साल की स्थिति पर नजर डालें तो देवस्थान विभाग की ओर से निर्माण-जीर्णोद्धार पर आवंटन में से औसत 40 फीसदी राशि खर्च की गई, जबकि तीर्थयात्रा पर औसत 90 फीसदी राशि खर्च की गई।
देवस्थान विभाग मंदिर संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन का विभाग है। इसका गठन पूर्व राजपूताना राज्य की छोटी-बड़ी 22 रियासतों के विलीनीकरण के बाद, पूर्व देशी राज्यों की ओर से राजकोष से संचालित मंदिरों, मठों, धर्मशालाओं के प्रबंधन-संचालन के लिए हुआ। विभाग विरासत में मिली ऐसी धार्मिक एवं पुण्य प्रयोजनार्थ स्थापित संस्थाओं-राजकीय मन्दिरों, मठों के प्रशासन, आर्थिक सहयोग देने जैसे कार्य करता है।
विभाग में निर्माण संबंधी राशि की बात करें तो 2020 में 15.78 लाख, 2021 में 523 लाख, साल 2022 में 431.95 लाख, 2023 में 1032.78 लाख, साल 2024 में 1383.14 लाख खर्च नहीं हो पाए।
वर्ष - आवंटित राशि - खर्च राशि
2019-20 - 80 - 80
2020-21 - 472.20 - 316.09
2021-22 - 330.48 - 291.98
2022-23 - 390 - 11.34
2023-24 - 1961 - 655.72
वर्ष - आवंटित राशि - खर्च राशि
2019-20 - 527.03 - 511.25
2020-21 - 1279 - 912.17
2021-22 - 710.51 - 316.61
2022-23 - 971.19 - 317.07
2023-24 - 318.84 - 240.98
वर्ष - आवंटित राशि - खर्च राशि
2019-20 - 1400 - 1263.95
2020-21 - 683.70 - 666.27
2021-22 - 20 - 19.99
2022-23 - 3900 - 3899.24
2023-24 - 8000 - 7416.41
वर्ष - आवंटित राशि - खर्च राशि
2019-20 - 100 - 72
2020-21 - 29 - 29
2021-22 - 15 - 15
2022-23 - 10 - 10
2023-24 - 1.05 - 1.05
(राशि लाखों में)
Published on:
19 Jan 2025 10:52 am
बड़ी खबरें
View Allउदयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
