पूरा वार्ड खाली महाराणा भूपाल चिकित्सालय का मेडिसिन वार्ड तकरीबन पूरा खाली पड़ा था। वार्ड में 47 शैय्याओं में से केवल 9 पर मरीज भर्ती थे। इनमें से कुछ मरीजों ने बताया कि कई दिनों से डॉक्टर देखने नहीं आए हैं, केवल नर्स मैडम देख रही है, हालांकि पत्रिका टीम की मौजूदगी में एक चिकित्सक राउण्ड पर जरूर पहुंचे थे। आम तौर पर चिकित्सालय के बरामदे से लेकर आउटडोर में भी काफी भीड़ नजर आती है, लेकिन बुधवार को हॉस्पिटल के कई हिस्सों में सन्नाटा पसरा था। आपातकालीन ओपीड़ी में एक चिकित्सक मरीजों को देख रहे थे। यहां पर कतार लम्बी थी। कुछ मरीज काफी देर तक कतार में रुकने के बाद बिना चिकित्सक से मिले ही घर लौट गए। ओपीड़ी के बाहर रेलमगरा से अपने बेटे को साथ लेकर आए नारायण ने बताया कि उन्हें अवकाश स्वीकृति के लिए मेडिकल की जरूरत है। वह यहां पर भर्ती थे, अब चिकित्सक नहीं होने से परेशानी हो रही है। हालात ये है कि करीब 80 किलोमीटर दूर से फिर आना पडेग़ा, और वहां अधिकारी की डांट सुननी पड़ेगी। तबीयत भी ठीक नहीं है।
READ MORE: उदयपुर में न्यूनतम का रिकॉर्ड बनाकर पारे का यू टर्न, सर्दी में राहत नहीं एक को छोड़कर सभी बीसीएमओ हड़ताल पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव टांक ने बताया कि केवल ऋषभदेव के बीसीएमओ डॉ मृगेन्द्रसिंह को छोड़कर सभी बीसीएमओ हड़ताल पर है। टांक ने बताया कि व्यवस्थाओं के लिए फिलहाल गीताजंलि हॉस्पिटल से 10 और पेसिफिक हॉस्पिटल उमरड़ा से 9 डॉक्टरों को सीएचसी पर लगाया है। जन स्वास्थ्य निदेशक ने सभी संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं को पत्र लिखकर हड़ताल की जानकारी चाही थी। इसमें सामूहिक अवकाश, हड़ताल पर चल रहे सेवारत चिकित्सकों में से कुछ चिकित्सक प्रशासनिक पदों जैसे एसीएमएचओ, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, आरसीएचओ, नोडल अधिकारी, उप नियंत्रक, खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की अवकाश व हड़ताल की सूचना चाही थी।