
एसीबी टीम आरोपियों को कोर्ट में पेश करते हुए।
उदयपुर. चित्रकूटनगर स्थित क्रिकेट स्टेडियम में घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग कर राज्य सरकार को करीब 4.34 करोड़ की चपत लगाने के मामले में एसीबी ने अजमेर विकास प्राधिकरण के अतिरिक्त मुख्य अभियंता और ठेकेदार सहित चार जनों को गिरफ्तार किया। न्यायालय ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया। एसीबी एसपी अनंत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी नीमच माता स्कीम निवासी देवेश शर्मा वर्तमान में अजमेर विकास प्राधिकरण में अतिरिक्त मुख्य अभियंता के पद पर तैनात है। 2007 में उदयपुर में यूआईटी में सहायक अभियंता के पद पर तैनातगी के समय अपने सहयोगी तत्कालीन सहायक अभियंता मोतीमगरी निवासी मुकेश जानी व न्यू भूपालपुरा निवासी विमल कुमार मेहता के साथ मिलकर मैसर्स प्रमाण कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के हेमराज वरदार को अनूचित लाभ पहुंचाया। घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग करने के बावजूद 4.34 करोड़ के बिलों को भुगतान करवा दिया। जांच में मौके पर घटिया निर्माण सामग्री के चलते दीवार ढह गई और कई अनियमिता खुलकर सामने आई। एसीबी टीम ने चारों को अलसुबह धावा बोलकर उनके आवास पर पकड़ा। एसीबी ने चारों आरोपियों के विरुद्ध न्यायालय में चालान पेश किया। न्यायालय ने चारों को जेल भेज दिया।
बताया जा रहा है कि देवेश शर्मा पदोन्नत होकर अजमेर विकास प्राधिकरण में तैनात है, जबकि मुकेश जानी व विमल मेहता वर्ष 2021 में अधिशासी अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
Published on:
24 Dec 2024 02:00 am
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