—– ब्लॉक को देखकर लगेगा जैसे किसी होटल में हों एसएसबी ब्लॉक ssb block udaipur को देखकर ऐसा लगेगा जैसे कोई व्यक्ति किसी फाइव स्टार होटल में आ गया हो। यहां कैंसर ओपीडी शुरू हो चुकी है। इसमें बैठने के लिए बेहतर बैंच लगाई गई है, तो बकायदा मरीजों के टोकन नम्बर डिस्प्ले के लिए एलसीडी लगाए गए हैं। ताकि मरीजों को कतारों में नहीं रुकना पड़े। जो डे केयर यानी आईपीडी है, उसे ऐसा बनाया गया है कि प्रत्येक मरीज नर्सेज की सीधी नजर में रहेगा।
—— कैंसर विशेषज्ञ डॉ नरेन्द्र राठौड़ ने बताया कि एसएसबी ब्लॉक के ग्राउण्ड फ्लोर पर दक्षिणी हिस्से को रेडियो थैरेपी मार्डन ट्रिटमेंट कॉम्पलेक्स बनाया गया। यहां अब एडवांस सिटी सिमुलेशन की सुविधा शुरू हो रही है। इसे मरीज के ट्रिटमेंट से पूर्व जांच के लिए उपयोग में लिया जाता है। जिससे ये पता चलता है रेडियोथैरेपी का ूमरीज के लिए कौनसा प्लान अच्छा होगा। इससे ये भी पता चलता है कि रेडिएशन किस तरह से देना है, शरीर का कौनसा हिस्सा है जहां ट्यूमर है। मरीज के श्वास लेने पर उस ट्यूमर में कैसे और कितनी हलचल होती है। यह मशीन करीब नौ करोड़ रुपए का है।
– लिनियर एक्सीलरेटर: यह मशीन सबसे महत्वपूर्ण यूनिट है। सिटी सिमुलेशन की जानकारी शामिल कर मरीज के लिए बेहतर प्लान चुना जाता है, इसके बाद लिनियर एक्सीलरेटर को कंमांड देते है। फिर यह मशीन थैरेपी उपचार करता है। उदयपुर दूसरा मेडिकल कॉलेज है जिसमें यह सुविधा अपने स्तर शुरू की है, इससे पहले बीकानेर में यह उपचार चल रहा है। जयपुर में निजी माध्यम से चल रहा है, यहां जल्द ही यह मशीन लगेगा, इसका फाउण्डेशन तैयार हो चुका है। – इसमे ंपहले से अस्पताल में रेडियोथैरेपी दो मशीन उपलब्ध है, एक भाबाट्रोन है और दूसरा ब्रेकी थैरेपी मशीन उपलब्ध है। – कोरोना संक्रमण के कारण इस मशीन को लगने में देरी हो गई है, नहीं तो अब तक ये मशीनों से उपचार शुरू हो चुका होता।
— एसएसबी ब्लॉक में कैसर का बेहतर उपचार शुरू किया गया है, जल्द ही नए मशीन लगने के साथ ही हम और बेहतर कर पाएंगे। हर मरीज के लिए यह सुविधा उसके जीवन की सुरक्षा में महत्वपूर्ण रहेगी।
डॉ लाखन पोसवाल, प्राचार्य आरएनटी मेडिकल कॉलेज rnt medical college उदयपुर