घोष ने छात्रों और संस्थान को बधाई देकर कहा, कि उन्होंने बिजनेस स्कूल से स्नातक नहीं किया है, लेकिन वे जानते हैं कि एक बी-स्कूल विभिन्न दृष्टिकोण से सोचने और समाधान तक पहुंचने व दबाव में कड़ी मेहनत करने की क्षमता देता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में महिलाओं को उद्यमी बनने की भी आवश्यकता है। भारत के लिए एक और अवसर डिजिटल एवेन्यू में है, जिस पर ध्यान करने से आर्थिक विकास हो सकता है। उद्यमों को ग्रामीण क्षेत्रों की ओर बढ़ना चाहिए, क्योंकि भारत का अधिकांश हिस्सा गांवों में निवास करता है।बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष पंकज पटेल ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। पटेल ने कहा कि प्रबंधन एक महान पेशा है और छात्रों को सक्षम लीडर्स में बदलना संस्थान की जिम्मेदारी है। उन्हें उम्मीद है कि यहां से प्राप्त कौशल छात्रों को उनकी सभी व्यक्तिगत और व्यावसायिक लड़ाइयों को जीतने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि आईआईएमयू प्रतिष्ठा और प्रमुखता के लिए उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
समापन भाषण आईआईएम उदयपुर के निदेशक प्रो.अशोक बनर्जी ने दिया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष फिर से आईआईएमयू ने 100 प्रतिशत हासिल किया है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि छात्रों, शिक्षकों और प्लेसमेंट टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। संस्थान छात्रों को एक विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो अत्याधुनिक अनुसंधान और नवाचार पर आधारित है। व्यापार की दुनिया में विकास और प्रगति के प्रमुख चालक अनुसंधान और नवाचार हैं।—-
इन्हें मिली डिग्रियां, किया सम्मानित:दीक्षांत समारोह में कुल 398 छात्रों ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की। जिसमें एक पीएचडी छात्रा, दो वर्षीय एमबीए के 303 छात्र, एक वर्षीय एमबीए ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट और एक वर्षीय एमबीए डिजिटल एंटरप्राइज मैनेजमेंट के 95 छात्र शामिल हुए। सरिता उनियाल को मार्केटिंग में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की डिग्री से सम्मानित किया। शुभम् कुमार जलेवा को ग्लोबल सप्लाई चैन मैनेजमेंट (जीएससीएम) पाठ्यक्रम में एक वर्षीय एमबीए में शैक्षिक प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। अक्षय वर्मा को डिजिटल एंटरप्राइज मैनेजमेंट (डीईएम) कोर्स में एक साल के एमबीए में गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। दो वर्षीय एमबीए कोर्स में शैक्षिक प्रदर्शन के लिए चैतन्य पानसरे, देवांशु जैन, सागर यादव और अमरजीत सिंह को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। दो साल के एमबीए (बैच 2021-23) कोर्स के आकाश नांबियार को बेस्ट ऑल राउंड स्टूडेंट घोषित किया गया।
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दो साल में 100 प्रतिशत प्लेसमेंट
आईआईएमयू ने इस दो साल के सभी 3 एमबीए प्रोग्राम के लिए 100 प्रतिशत प्लेसमेंट रिकॉर्ड जारी रखा। फ्लैगशिप 2- वर्षीय एमबीए प्रोग्राम में औसत सीटीसी पिछले वर्ष के 17.8 लाख सालाना से बढ़कर 20 लाख से अधिक हो गया।