
मरीजों के 'भगवान नदारद, 'ग्रहों के भरोसे ग्रामीण स्वास्थ्य
उदयपुर/ मूंगाणा. medical and health जनजाति बाहुल्य मूंगाणा क्षेत्र में जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ का नया मामला सामने आया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसी जगह पर लोगों के स्वास्थ्य की अनदेखी हो रही है। स्वीकृत 12 चिकित्सक पदों के जवाब में यहां सभी पद रिक्त हैं। स्वास्थ्य केंद्र पर दिखावे के नाम पर नर्सिंग स्टाफ के स्तर पर दवाएं लिखी जा रही है। मौसमी बीमारियों के बीच यहां प्रतिदिन 4 सौ मरीजों का आउटडोर रहता है। सीएचसी के अधीन आदर्श पीएचसी पारसोला, नया बोरिया सहित करीब 8 उपस्वास्थ्य केंद्र एवं करीब 10 ग्राम पंचायतें इस सीएचसी के अधीन आती हैं। बात रिक्त पदों की करें तो सीएचसी पर लैब टेक्निशियन, रेडियोग्राफर सहित 6 एएनएम के पद रिक्त चल रहे हैं। बता दें कि अब तक चिकित्सालय में दो चिकित्सक सेवाएं दे रहे थे। गत 30 सिम्बर को जारी तबादला सूची के तहत दो अक्टूबर को डॉ. सुभाषचंद्र रिलीव हुए, जबकि 18 अक्टूबर को डॉ. जीवराज मीणा को रिलीव किया गया।
जनजाति क्षेत्र से अन्याय
मूंगाणा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों की अनुपस्थिति से आदिवासी समुदाय के साथ अन्याय हो रहा है। सीएचसी पर औसतन 150 प्रसव हर माह होते हैं। ग्राम पंचायत की ओर से जिला प्रशासन को चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए कई बार प्रस्ताव बनाकर भिजवाए गए हैं, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं।
हरीशचंद्र मीणा, सरपंच, मूंगाणा
सरकार के आदेश
तबादला सूची प्रदेश सरकार के स्तर पर जारी हुई है। medical and health जिले में चिकित्सकों के रिक्त पदों की सूचना उच्चाधिकारियों को लिखित में दी हुई है।
डॉ. वी.के. जैन, सीएमएचओ, प्रतापगढ़
Published on:
01 Nov 2019 06:00 am
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