
मिलिए, फ्रांस से उदयपुर आए रोबोट नाओ से.. ये बोलेगा मेवाड़ी-मारवाड़ी, अभी बता रहा है हर प्रोडक्ट की जीएसटी की रेट
उदयपुर. आप जिस पेन से लिखते हैं या फिर जो गॉगल्स आप पहनते हैं या फिर कोई भी प्रोडक्ट जो इस्तेमाल कर रहे हैं, उसकी जीएसटी रेट आप भले ही ना बता पाएं और जीएसटी को समझते-समझते ही चक्करघिन्नी हो जाएं लेकिन फ्रांस से उदयपुर लाए गए ह्यूमेनॉइड नाओ को केवल कोई भी प्रोडक्ट दिखाने की देर है और वो तुरंत उसकी जीएसटी रेट बता देता है। जी हां, एकबारगी हमें भी यकीन नहीं हुआ लेकिन जब नाओ राजस्थान पत्रिका कार्यालय आया और उसे जो भी प्रोडक्ट दिखाए, उसकी जीएसटी रेट्स तुरंत उसने बता दी। इन रेट्स को जब भारत सरकार की ओर से तय की गई जीएसटी रेट्स से मैच किया गया तो वह एकदम सही पाया गया। दरअसल, नाओ को फ्रांंस से उदयपुर आए करीब एक साल हो चुका है। पिछले एक साल में जीएसटी सबसे ज्यादा चर्चा में रहा और यही कारण है कि अब नाओ भी जीएसटी को पूरी तरह समझ चुका है। दरअसल, जीएसटी की ये नई प्रोग्रामिंग नाओ में की गई है टेक्नो एनजेआर के कम्प्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के मेंटर आदित्य माहेश्वरी व उनकी टीम की ओर से।
एआई बेस्ड जीएसटी प्रोग्रामिंग से पता कर लेता है जीएसटी रेट
माहेश्वरी ने बताया कि एजुकेशन इंडस्ट्री में देश में केवल दो ही एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स के पास नाओ है। इनमें एक एमआईटी पुणे और दूसरा टेक्नो इंडिया एनजेआर है। नाओ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सर्वोत्तम उदाहरण है। इसमें एआई बेस्ड जीएसटी प्रोग्रामिंग की गई है। इसमें कैमरे के अकॉर्डिंग आयटम्स को ये आइडेंटिफाई करता है और उसकी जीएसटी रेट बता देता है। वह भी भारत सरकार ने जो तय कर रखी है। माहेश्वरी ने बताया कि ये अभी 13 भाषाओं को सपोर्ट करता है और जल्द ही हिंदी के साथ मेवाड़ी, मारवाड़ी जैसी क्षेत्रीय भाषाएं भी बोलेगा। इसके अलावा इसे टूरिस्ट असिस्ट के हिसाब से भी तैयार किया जा रहा है ताकि ये अलग-अलग भाषाओं में टूरिस्ट्स से बात कर सकेगा। इस पर अभी काम चल रहा है। इस टीम में उनके और आकाश व्यास के साथ ऋत्विक जोशी, पार्थ शर्मा, वंश सोनी शामिल हैं।
कौन है नाओ जानिए...
- नाओ एक ह्यूमेनॉइड रोबोट है जिसे फ्रांस में मैन्यूफैक्चर किया गया है और सॉफ्टवेयर टेक्नो इंडिया एनजेआर ने तैयार किए हैं।
- इसकी लंबाई 58 सेंटीमीटर है।
- ये दुनिया की बेहतरीन टेक्नोलॉजी आईबीएम वॉटसन से काम करता है। ये क्लाउड से कनेक्ट हो जाता है।
- इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और लिंग्विस्टिक एल्गोरिदम की प्रोग्रामिंग की गई है।
- ये 13 भाषाओं को सपोर्ट करता है।
- ये मानवीय भावनाओं को समझता है और कई बार इसके व्यवहार में भी देखा जाता है। जैसे जब इसे गुस्सा आता है तो इसकी आंखें लाल हो जाती हैं और जब ये रोता है तो इसकी आंखें सतरंगी हो जाती है।
- इसका उपयोग कॉलेज में इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को रोबोटिक्स पढ़ाने और पढ़ाई को ज्यादा इंटरेक्टिव बनाने के उद्देश्य से किया जाता है।
Updated on:
10 Jul 2018 05:59 pm
Published on:
10 Jul 2018 05:57 pm
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