
कोटड़ा. उपखण्ड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बुधवार शाम मरणासन्न स्थिति में पहुंची एक वृद्धा की खबर लेने के लिए दूसरे दिन भी कोई नहीं पहुंचा। वृद्धा ने बीते दो दिनों से कुछ नहीं खाया। उसकी सार संभाल करने भी कोई नहीं आया। चिकित्सक बाबूलाल ने जांच कर वृद्धा को उपचार दिया। वृद्धा ने दो दिन से कुछ नहीं खाया। वह अस्पातल कर्मियों के भरोसे ही समय काट रही है। चिकित्साकर्मियों का कहना है कि महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है। चिकित्साकर्मी उसे वार्ड में बेड पर ले जाते हैं, वह बार-बार बरामदे में जाकर सो जाती है।
बुधवार शाम किसी व्यक्ति की ओर से फोन करने के बाद महिला को 108 एम्बुलेंस से अस्पताल लाया गया था। इसके बाद चिकित्साकर्मियों की ओर से पुलिस को सूचना दी गयी थी। महाड़ी सरपंच से भी संपर्क करके महिला के परिजनों को सूचना देने के प्रयास किए गए, लेकिन गुरुवार देर शाम तक कोई अस्पताल नहीं पहुंच था। एम्बुलेंस चालक ने बताया कि महिला महाड़ी क्षेत्र में बेसुध हालत में पड़ी थी। गंभीर स्थिति देख उसे अस्पताल पहुंचाया गया।
पेंशनरों को पे-मैट्रिक्स तैयार नहीं होने का मलाल
उदयपुर. राज्य के करीब 3.5 लाख पेंशनरों को पे-मैट्रिक्स तैयार नहीं हो पाने से वास्तविक लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है। बार-बार स्मृति पत्र भेजे जाने के बावजूद सचिवालय से जवाब तक नहीं मिल रहा। करीब छह माह पूर्व राज्य सरकार ने सातवें वेतनमान के संशोधन के आदेश दिए थे। तब वेतनमान बढ़ोतरी 2.57 के आधार पर करने के साथ ही पे-मैट्रिक्स तैयार कर वास्तविक परिलाभ देने की घोषणा की गई थी। छह माह बीतने के बाद भी पे-मैट्रिक्स अब तक तैयार नहीं होने का नुकसान पेंशनरों को उठाना पड़ रहा है। राजस्थान पेंशनर समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष भंवर सेठ ने बताया कि इस संबंध में दो से तीन बार रिमाइंडर भेजा गया लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। पे-मैट्रिक्स के आधार पर वेतनमान लागू होने का लाभ 1 अक्टूबर, 2017 से पूर्व सेवानिवृत्त हुए पेंशनरों को मिलेगा।
Published on:
11 May 2018 08:26 pm
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