
उदयपुर . उदयपुर सहित प्रदेश के 5 जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दीपावली की पूर्व संध्या को जारी नोटिस में अलवर, बांसवाड़ा, झुंझुनूं, जोधपुर एवं उदयपुर के सीएमएचओ को चेताया गया है कि 3 माह पूर्व मांगे गए सवालों के जवाब में ढिलाई बरती जाने के कारण विधानसभा को सवालों के जवाब नहीं भेजे जा सके हैं। इस लापरवाही पर नोटिस के साथ ही 2 दिनों में संबंधित जवाब भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही दोषी अधिकारियों की नामजद सूची मांगी गई है।
गौरतलब है कि विधानसभा सदस्य मानिक चंद्र सुराना ने अतारांकित प्रश्न के जरिये विभाग से जुड़ी हुई जानकारी मांगी गई थी। जानकारी के अनुसार विभाग स्तर पर पहले व्यवस्था में सुधार किया गया है। इसके बाद जवाब तैयार किया गया है।
अब भी आदेश की अवहेलना
विभागीय सूत्रों की मानें तो विधानसभा से पूछे गए एक सवाल पर विभाग को यह जानकारी मुहैया करानी थी कि एनआरएचएम (राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन) के अधीन सेवारत कितने कर्मचारी प्रशासनिक आदेश की अवहेलना कर प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं दे रहे हैं। मामले में प्रतिनियुक्तियों के चलते विभाग की ओर से जवाब नहीं दिया जा रहा था। एक रिकॉर्ड के मुताबिक पीएचसी उथरदा में नियुक्त संविदा कार्मिक किरण वैष्णव अब तक प्रतिनियुक्ति पर सीएमएचओ कार्यालय में थी।
इसी तरह पीएचसी डबोक का राजेश जोशी सीएचसी खेरवाड़ा, लोसिंग पीएचसी का सुरेश पूर्बिया ब्लॉक बडग़ांव, पीएचसी उथरदा का शंभू डांगी पीएचसी डबोक एवं ब्लॉक खेरवाड़ा का नितिन दवे यहां संयुक्त निदेशक कार्यालय में प्रतिनियुक्ति पर था। इन सभी कार्मिकों के संबंधित प्रतिनियुक्त स्थल पर बकायदा हस्ताक्षर भी हो रहे हैं।
ऑफ द रिकॉर्ड
इधर, सीएमएचओ कार्यालय में एक अन्य एनआरएचएम कार्मिक संविदा पर सेवारत है, जिसका मूल पदस्थापन स्थल सराड़ा स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन यह कर्मचारी 8 दिन में एक दिन जाकर ड्यूटी स्थल पर हस्ताक्षर करता है। शेष दिनों में यह एनआरएचएम के डीपीएम कार्यालय में ऑफ द रिकॉर्ड सेवाएं देता है। इस बारे में पूरा कार्यालय भली-भांति
परिचित है।
भेज दिया जवाब
नोटिस मिलने से पहले ही हमारी ओर से जवाब भिजवा दिया गया था। विभाग स्तर पर एनआरएचएम कार्मिकों की किसी तरह की प्रतिनियुक्ति नहीं की हुई है। हर कर्मचारी मूल स्थान पर ही सेवारत है।
डॉ. संजीव टाक, सीएमएचओ, उदयपुर
फिर किया फॉरवर्ड
नोटिस अभी मिला है, जबकि जवाब बहुत पहले ही भिजवा दिया था। नोटिस की जानकारी के बाद एक बार फिर वही मेल फोरवर्ड किया है।
एच.एल. ताबियार, सीएमएचओ, बांसवाड़ा
Published on:
24 Oct 2017 11:45 am
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