सीआई देवड़ा ने बताया कि मारपीट के बाद हमलावर नाथू को उसके भाई केला के घर के अहाते में डालकर भाग गए। परिजन उसे अस्पताल ले जाने ही वाले थे कि नाथू ने दम तोड़ दिया। सुबह सूचना पर वल्लभनगर थाना पुलिस शंभूपुरा पहुंची। शव को वल्लभनगर सीएचसी के मुर्दाघर में रखवाया गया। परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम करवाया गया, लेकिन वे आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। शव ले जाने से भी इनकार कर दिया। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई, लेकिन वह हाथ नहीं आया। वह घटना के बाद से फरार है।
READ MORE: video: गलत आंकड़े थमाने पर निगम के अफसरों को यूं लगाई उदयपुर महापौर ने फटकार जब यह बात मेघवाल समाज के लोगों और युवाओं को पता चली तो शनिवार शाम से हॉस्पिटल में समाजजनों का जमावड़ा हो गया और अपना पक्ष रखते हुए मेडिकल ज्यूरिस्ट की उपस्थिति में दुबारा पोस्टमार्टम करवाने व आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक शव का दाह संस्कार करने की चेतावनी दे दी गई। रविवार सुबह मेघवाल समाज के लोगो में आक्रोश फ़ैल गया और हॉस्पिटल में समाजजनों की भीड़ उमड़ पड़ी। मृतक नाथू का शव हॉस्पिटल के मुर्दाघर में ही पड़ा रहा और दोपहर तक परिजनों ने लाश नहींं ली। इधर समाज के द्वारा हुए बवाल को देखते हुए पुलिलस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी लेकिन आरोपी घटना के बाद से ही फरार हो गए जो रविवार दोपहर तक भी पकडे़ नहीं गए हैं।