
फाइल फोटो पत्रिका - ANI
Ujjwala Scheme : उदयपुर. जिस तरह से पेंशनर्स को जीवित प्रमाण पत्र देने पर ही पेंशन जारी रहती है, उसी तरह से उज्ज्वला योजना के तहत सस्ते सिलेंडर लेने वालों को भी हर बार केवाइसी करानी होगी। इस साल से यह व्यवस्था लागू की है। दिसम्बर अंत तक पुन: केवाइसी कराने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी कनेक्शन पाने वाले परिवारों को री-केवाइसी के निर्देश दिए हैं। नहीं कराने वालों के सिलेंडर रिफिल और सब्सिडी बंद होगी। गैस एजेंसियों ने लाभार्थियों को री-केवाइसी कराने के लिए नोटिस भेजे हैं। एजेंसी संचालक सुनील जोशी ने बताया कि उज्ज्वला में केवाइसी नहीं हुई तो 10वें सिलेंडर पर सब्सिडी बंद होगी। प्रक्रिया पिछले महीने शुरू हुई, दिसम्बर अंत तक पूरी करनी है।
10.33 करोड़ परिवार देश में लाभार्थी।
73.2 लाख राजस्थान में लाभार्थी।
03 लाख परिवार उदयपुर जिले में।
उदयपुर जिले में तीन लाख से ज्यादा उज्ज्वला गैस कनेक्शन के लाभार्थी है। इनमें से ज्यादातर उपभोक्ता ग्रामीण क्षेत्र के हैं, जिनको केवाइसी के बारे में जानकारी नहीं है।
चिंता इस बात की है कि सूचना के अभाव में सब्सिडी रुक सकती है। सब्सिडी बंद होने की स्थिति में उन्हें प्रक्रिया से गुजरना होगा। अब तक गैस एजेंसियों पर नाम मात्र की री-केवाइसी हो पाई है। जो हुई, वह भी शहरी क्षेत्र के लोगों की है।
एलपीजी कंपनियां और वितरक एजेंसियां जिस तरह ई-केवाइसी पूरी करवाने की मुहिम चला रही हैं, उससे नई स्थिति देखने को मिलेगी। जागरूकता बढ़ी, दस्तावेज व जानकारी आसान हुई तो लाभार्थियों की संख्या नहीं घटेगी। वितरण व सब्सिडी निर्बाध रहे तो परिवारों को सस्ते सिलेंडर मिलते रहेंगे। अगर केवाइसी में बाधा, जानकारी की कमी या एजेंसी-स्तर की लापरवाही रही तो सब्सिडी में रुकावट आएगी।
Published on:
11 Dec 2025 03:12 pm
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