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‘स्वयं’ बचाएगा आईआईटी की तैयारी के लाखों रुपए..अभ्यर्थी बगैर राशि के करेंगे तैयारी

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‘स्वयं’ बचाएगा आईआईटी की तैयारी के लाखों रुपए...आईआईटी के इच्छुक अभ्यर्थी बगैर राशि के करेंगे तैयारी

भुवनेश पंड्रया/उदयपुर . आईआईटी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को अब जेब खाली करने की जरूरत नहीं है। उनका एक छोटा सा प्रयास लाखों रुपए बचा सकता है, वहीं घर बैठे वे बड़े से बड़े कोचिंग सेंटर से भी अच्छी तैयारी कर सकेगा। यह संभव होगा मानव संसाधन विकास मंत्रालय के ‘स्वयं’ पोर्टल से।केंद्र सरकार ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जैसे संस्थानों में दाखिले की कोचिंग को लेकर कदम उठाया है। जहां एक ओर जेईई की कोचिंग के प्राइवेट संस्थान लाखों रुपए ले रहे हैं, वहीं सरकार ने फ्र ी कोचिंग के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म बनाया है। आर्थिक रूप से कमजोर परीक्षार्थी भी आसानी से इसकी पढ़ाई कर सकेंगे। स्वयं वेबसाइट से छात्र लेक्चर देख सकेंगे और पोर्टल पर जाकर आईआईटी प्रोफेसरों की वीडियो ट्यूटोरियल से आईआईटी एंट्रेंस परीक्षा के लिए तैयारी कर सकेंगे।


कर सकेंगे प्रेक्टिस

आईआईटी.पीएल प्रोग्राम में गणित, फिजिक्स व कैमेस्ट्री (पीसीएम )के 600 से ज्यादा लेक्चर हैं। पोर्टल पर अभ्यर्थी न सिर्फ इन लेक्चर्स को देख सकेंगे, बल्कि पे्रक्टिस भी कर सकेंगे। यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध रहेगी। आगामी वर्षों में बच्चे जेईई की तैयारी ऑनलाइन कर सकेंगे और उन्हें कोचिंग सेंटर में भारी-भरकम फीस नहीं भरनी पडेग़ी। सरकार ने एडमिशन के लिए आवश्यक जेईई परीक्षा को लेकर भी कई बदलाव किए हैं।

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यह करना होगा

सर्च इंजन पर स्वयं टाइप करेंगे तो फ्री ऑनलाइन कोर्स बाय स्वयं लिखा हुआ आएगा। इसे क्लिक करने पर पूरी जानकारी खुलकर सामने आ जाएगी।

छात्राओं ने दिया प्रतिभा का परिचय

उदयपुर . राजकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में अंतिम वर्ष की छात्राओं ने 24 दिन के प्रोजेक्ट में अपने-अपने कलाओं में प्रतिभा का परिचय दिया।टेक्सटाइल डिजाइन की छात्राओं ने कलमकारी पेंटिग्स, म्यूरल आर्ट, राजस्थानी खड़ी प्रिटिंग, लघु चित्र शैली तथा कशीदाकारी को अलग-अलग माध्यमों पर उकेरा। इन सभी कार्यों से छात्राओं में स्वावलम्बन की ओर रुझान बढ़ा। प्रोजेक्ट अधिकारी रेणुका मुखिया ने बताया कि विषय विशेषज्ञ ललिता सोनी ने लघु चित्र शैली कार्य को सराहा गया। इंटीरियर डेकोरेशन की छात्राओं ने प्राचार्य कक्ष का सौन्दर्यीकरण तथा थीम बेस म्यूरल डिजाइन बनाए जिनमें चैनल्स, सिरेमिक टाइल्स, कांच के टुकडे, प्लाई आदि का प्रयोग किया गया। कम्प्यूटर लैब के लिए म्यूजिक थीम तथा कॉरिडोर के लिए नेचर थीम में म्यूरल बनाए गए। अंत में छात्राओं ने पी.पी.टी. के माध्यम से रिपोर्ट प्रस्तुत की। प्रोजेक्ट अधिकारी संगीता धुप्या के मार्गदर्शन में कार्य सम्पादित हुआ।