दरसअल, उपचुनाव में मजबूत दावेदार रहे रघुवीर मीणा की जगह अचानक सराडा की पूर्व प्रधान रेशमा मीणा को टिकट दिए जाने से समर्थकों ने विरोध जताते हुए दो ब्लॉक अध्यक्षों सहित कई मंडलों के पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए थे। वहीं रेशमा मीणा की नामांकन रैली सहित बैठकों से दूरी बना रखी थी। ऐसे में डेमेज कंट्रोल के लिए कांग्रेस पर्यवेक्षक अशोक चांदना ने पहल की। चांदना ने बुधवार को चावण्ड में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद परसाद स्थित रघुवीर मीणा के आवास पहुंचकर राजी करने का प्रयास किया। जिन्होंने कार्यकर्ताओं की राय से फैसला करने के संकेत दिए। दूसरे दिन गुरुवार को चांदना ने वापस मीणा के आवास पर उनके समर्थकों से चर्चा की।
सुबह दस से दोपहर करीब 12.30 बजे तक चली चर्चा के दौरान चांदना ने मीणा की प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बात कराई। करीब ढाई घंटे की बैठक के बाद रघुवीर मीणा ने कांग्रेस के साथ खडे होने व प्रत्याशी रेशमा मीणा को पूर्ण सहयोग का वादा किया।
उन्होंने पार्टी को मां बताते हुए कहा कि वे उसके साथ धोखा नहीं कर सकते। इस मौके पर दो ब्लॉक अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष व कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे वापस लेते हुए और पार्टी को जीत दिलाने के लिए आश्वस्त किया। इस दौरान मीणा की पत्नी और सराडा प्रधान बसन्ती देवी, सलूंबर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह राठौड़, सराडा ब्लॉक अध्यक्ष गणेश लाल चौधरी, जावर माइंस मंडल अध्यक्ष किशन मीणा, मेवल देवी सिंह सिसोदिया, जयसमंद के परमानंद मेहता, सलूम्बर के सुनील सेवक, परसाद शिवलाल मीणा, गांव डापाल धूल सिंह राठौड़, बारोलजी रमेश चौबीसा आदि मौजूद रहे।