19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान विधानसभा चुनाव: एक जगह त्रिकोणीय तो सात सीटों पर सीधा मुकाबला, चार सीटों पर तीसरे दल बिगाड़ रहे समीकरण

प्रचार थमने के साथ ही इस बार का विधानसभा चुनाव रोचक होता जा रहा है। उदयपुर की आठों सीटें कड़े मुकाबले में फंसी हुई है।

3 min read
Google source verification
rajasthan_chunav.jpg

पंकज वैष्णव
Rajasthan Assembly Election 2023 : प्रचार थमने के साथ ही इस बार का विधानसभा चुनाव रोचक होता जा रहा है। उदयपुर की आठों सीटें कड़े मुकाबले में फंसी हुई है। उदयपुर-सलूम्बर जिलों की आठ सीटों पर कुल 73 प्रत्याशी मैदान में है। सबसे ज्यादा 11 प्रत्याशी उदयपुर शहर, सलूम्बर व मावली में 10-10, झाड़ोल व खेरवाड़ा में 9-9, उदयपुर ग्रामीण, वल्लभनगर व गोगुन्दा में 8-8 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। जानिए, किस सीट पर क्या है स्थिति।

यह भी पढ़ें : राजस्थान विधानसभा चुनाव: प्रचार के 15 दिन, एक दिन का दिखा रहे 50 हजार, खर्च हो रहा पांच लाख तक

समय के साथ कम हुई भीतरघात
उदयपुर की आठ सीटों में चार सीटों पर बागियों ने ताल ठोकी थी, लेकिन इसमें से तीन पर समझाइश से मान गए, जबकि मावली में भाजपा से बागी कुलदीपसिंह नहीं माने और आरएलपी से मैदान में बने रहे। ऐसे में वे गणित बिगाड़ रहे हैं, हालांकि वे मजबूत स्थिति में नहीं है। सलूम्बर, झाड़ोल, खेरवाड़ा में बगावत कर रहे लोग शांत हो गए। ऐसे में भीतरघात की संभावनाएं भी कम हो गई है।

क्षेत्रीय पार्टियों का असर
- पिछले चुनाव में आरक्षित सीटों पर बीटीपी ने चुनाव लड़ा था। इस बार बीटीपी से निकलकर बनी बीएपी सभी आठों सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
- पांच आरक्षित सीटों में से उदयपुर ग्रामीण, झाड़ोल, खेरवाड़ा और सलूम्बर में क्षेत्रीय पार्टियों का बड़ा असर है। यहां बड़ी पार्टियों का गणित बिगड़ रहा है।
- स्थिति ये है कि चारों सीटों पर क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशी मुकाबले को रोचक बनाएंगे। ऐसे में दोनों प्रमुख दल के प्रत्याशी जीत को लेकर आश्वास्त नहीं दिख रहे हैं।

जानिए, किस सीट पर क्या बन रहे समीकरण
उदयपुर शहर : भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा और कांटे का मुकाबला है।
उदयपुर ग्रामीण : भाजपा-कांग्रेस मुकाबले के बीच यहां पहली बार भारत आदिवासी पार्टी की एंट्री हुई है।
वल्लभनगर : भाजपा-कांग्रेस और जनता सेना में पिछले चुनाव की तरह ही इस बार भी त्रिकोणीय संघर्ष है।
मावली : भाजपा-कांग्रेस के अलावा भाजपा से बागी ने आरएलपी से जुड़कर मुकाबला रोचक बना दिया है।
गोगुन्दा : भाजपा-कांग्रेस के अलावा बीटीपी और बीएपी मैदान में थी, लेकिन बीटीपी का पर्चा निरस्त हो गया, ऐसे में तीसरे दल से गणित गड़बड़ा रही है।
झाड़ोल : भाजपा-कांग्रेस के अलावा बीटीपी और बीएपी भी मैदान में है। नए दल के तेजी से बढ़े प्रभाव से दोनों प्रमुख दल आशंकित है।
खेरवाड़ा : भाजपा-कांग्रेस के अलावा बीटीपी और बीएपी मैदान में है। आदिवासियों के वोट बंटने की स्थिति में दोनों पार्टियां जीत पर आश्वास्त नहीं है।
सलूम्बर : भाजपा-कांग्रेस के अलावा बीटीपी और बीएपी गणित बिगाड़ रही है। ऐसे में जीत किस दल को मिलेगी, इसको लेकर सभी आशंकित है।

यह भी पढ़ें : राजस्थान विधानसभा चुनाव: भाजपा-रोड शो पर रहा पूरा फोकस, कांग्रेस-सभाओं से वोटर्स को साधा

पिछले चुनाव की स्थिति
उदयपुर शहर
- भाजपा को 47.06 प्रतिशत वोट मिले
- कांग्रेस को 41.19 प्रतिशत वोट मिले
- एक निर्दलीय को 7, बाकी 2-2 प्रतिशत

उदयपुर ग्रामीण
-भाजपा को 51.37 प्रतिशत वोट मिले
- कांग्रेस को 41.50 प्रतिशत वोट मिले
- बाकी सभी दल 3-3 प्रतिशत में सिमटे

मावली
- भाजपा को 53.61 प्रतिशत वोट मिले
- कांग्रेस को 39.11 प्रतिशत वोट मिले
- बाकी सभी 2-2 प्रतिशत में सिमट गए

वल्लभनगर
- कांग्रेस को 35.26 प्रतिशत वोट मिले
- जनता सेना को 33.28 प्रतिशत वोट
- भाजपा को 24.82 प्रतिशत वोट मिले

सलूम्बर
- भाजपा को 47.48 प्रतिशत वोट मिले
- कांग्रेस को 35.58 प्रतिशत वोट मिले
- एक निर्दलीय को 8 प्रतिशत वोट मिले

गोगुन्दा
- भाजपा को 45.62 प्रतिशत वोट मिले
- कांग्रेस को 43.19 प्रतिशत वोट मिले
- बाकी सभी दल 3-3 प्रतिशत में सिमटे

झाड़ोल
- भाजपा को 44.52 प्रतिशत वोट मिले
- कांग्रेस को 37.93 प्रतिशत वोट मिले
- बाकी सभी दल 6 प्रतिशत के अंदर रहे

खेरवाड़ा
- कांग्रेस को 48.45 प्रतिशत वोट मिले
- भाजपा को 35.45 प्रतिशत वोट मिले
- बीटीपी को 10.60 प्रतिशत वोट मिले