
किराया नहीं चुकाया तो सुबह कैंटीन सील, शाम को ठेकेदार ने मर्जी से खोला
भुवनेश पण्ड्या
उदयपुर. महाराणा भूपाल चिकित्सालय प्रशासन ने शुक्रवार सुबह सुरक्षा बल के साथ पहुंचकर कैंटीन को सील कर दिया। लगातार चढ़ता मासिक किराया नहीं चुका पाने पर संचालक के खिलाफ कार्रवाई की गई, लेकिन शाम होते ही संचालक ने चिकित्सालय प्रशासन को सूचना दिए बगैर मनमर्जी से फिर से कैंटीन शुरू कर दिया। इधर, कैंटीन संचालक को न्यायालय से भी कोई राहत नहीं मिल पाई। संचालक का कहना है कि उसे तय जमीन पर कैंटीन खोलने का वादा कर जमीन उपलब्ध नहीं करवाने के मामले में चिकित्सालय प्रशासन को नोटिस जारी किया गया है।
एमबी हॉस्पिटल में वर्षों से कन्हैयालाल डांगी कैंटीन का संचालन कर रहा है। चिकित्सालय प्रशासन की ओर से चिकित्सक, पुलिस, सुरक्षा बल व अन्य कमेटी सदस्य दोपहर करीब 12.15 बजे मनोरोग विभाग के समीप स्थित कैंटीन पर पहुंचे और उसे सील कर दिया। इसी तरह सोनोग्राफी के समीप व जनाना नर्सरी के समीप चल रहे कैंटीन को भी खाली करवा सील किया गया। हालांकि संचालक ने चिकित्सालय को सूचना दिए बगैर कैंटीन फिर से शुरू कर दिया, ताकि वह न्यायालय को इसके बंद नहीं किए जाने का सबूत दिखा सके।
63 लाख व आठ प्रतिशत राशि बकाया
चिकित्सालय प्रशासन का कहना है कि कैंटीन संचालक पर चिकित्सालय का करीब 63 लाख व आठ प्रतिशत राशि बकाया है। इसलिए चिकित्सालय की ओर से यहकार्रवाई की गई। कई दिनों से लगातार स्मरण-पत्र देने के बाद भी संचालक की ओर से राशि नहीं चुकाई जा रही थी। सिविल नॉर्थ न्यायालय ने संचालक को बकाया राशि जमा करवाने को कहा है। दूसरी ओर कैंटीन संचालक कह रहा है कि चिकित्सालय प्रशासन अधिक राशि बता रहा है, जबकि उसका करीब 53 लाख रुपए बकाया है। चिकित्सालय प्रशासन की ओर से पहले तो कैंटीन का सामान जब्त कर इसे सील किया जाना था, लेकिन जैसे ही संचालक को कार्रवाई की भनक लगी तो उन्होंने स्वयं ने ही सामान निकालना शुरू कर दिया था। हालांकि शाम को कैंटीन संचालक ने वहां पहुंच फिर से कैंटीन शुरू कर दी। पूछने पर संचालक बोला कि मैंने तो कैंटीन खाली ही नहीं किया। ये तो यथावत पहले की तरह ही चल रहा है।
इनका कहना है
किराया बकाया होने के कारण हमने कैंटीन खाली करवा सील कर दिया है, न्यायालय ने भी संचालक को आदेश दिए हैं कि वह जल्द ही मूल पैसा मय ब्याज जमा करवाए।
डॉ. लाखन पोसवाल, अधीक्षक, महाराणा भूपाल हॉस्पिटल
हमारा कैंटीन तो किसी ने बंद ही नहीं किया, वो तो लगातार चल रहा है, जानबूझकर किसी अन्य व्यक्ति को टेंडर देने के लिए ऐसा कर रहे हैं, हम तो पूरा पैसा चुकाने के लिए तैयार हैं। सही हिसाबकर हमें बता देंगे तो पैसा हम चुका देंगे।
कन्हैयालाल डांगी, कैंटीन संचालक
Published on:
27 Sept 2019 10:25 pm
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