
उदयपुर . केन्द्र सरकार ने स्कूलों से ही बच्चों में नवाचार की नींव डालने की तैयारी कर ली है। नीति आयोग ने एक मिशन के जरिए स्कूलों से स्टार्टअप निकालने की यह शुरुआत की है। देशभर से 1500 स्कूलों का चयन किया गया है, जिनमें बच्चों को विशेष लैब के माध्यम से ऐसा प्लेटफार्म दिया जाएगा, जहां से नए-नए आइडिया सामने आएं, नवाचार हो सकें। सरकार ने निजी और सरकारी दोनों प्रकार के स्कूलों में यह राशि जारी की है। राजस्थान के 69 स्कूल इस मिशन का हिस्सा रहेंगे।
बच्चों को ज्यादा से ज्यादा नवाचार की ओर ले जा सकें, इसके लिए सरकार की ओर से स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब और अटल ऊष्मायन केंद्र स्थापित किए जाएंगे। स्कूलों से स्टार्टअप निकाल कर आगामी समय में बेरोजगार समस्या की रोकथाम की शुरुआत की जा रही है। इससे नवाचार और उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। प्रौद्योगिकी आधारित क्षेत्रों में नवाचारों की संख्या बढ़ाना भी इसका एक उद्देश्य है। सेल्फ एम्पलॉयमेंट एंड टैलेन्ट यूटिलाइजेशन (सीटू) इसका मुख्य आधार रहेगा।
एआईएम अटल इंक्यूबेशन सेंटर्स यानी ऊष्मायन केंद्रों की स्थापना स्केलेबल और टिकाऊ उद्यमी तैयार करने के लिए की जा रही है। यह अभिनव स्टार्टअप व्यवसायों का पोषण करेगा। पूंजीगत उपकरण और परिचालन सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही भौतिक आधारभूत संरचना, व्यवसाय योजना समर्थन, क्षेत्रीय विशेषज्ञों की उपलब्धता के साथ उद्योग सहयोगियों के प्रशिक्षण और अभिनव प्रयोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें विर्निर्माण, परिवहन, ऊर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, जल और स्वच्छता के अलग-अलग वर्ग रहेंगे।
स्कूलों को मिलेंगे दस-दस लाख रुपए
स्कूलों में स्थापित की जाने वाली अटल टिंकरिंग लैब और अटल ऊष्मायन केंद्र एक ऐसा मंच होगा जहां से बच्चों के नवाचारों को महत्व देकर भविष्य में उनके सफल उद्यमी बनने की नींव तैयार कर उनके विचारों को सिंचा जाएगा। लैब की स्थापना पर अलग-अलग फेज में स्थापना के लिए दस लाख और दस लाख रुपए संचालन में खर्च होंगे।
राज्य से 68 स्कूलों का चयन
राजस्थान में 68 स्कूलों का चयन किया गया है, इसमें उदयपुर के अभिनव सीनियर सैकण्डरी स्कूल और सैन्ट्रल पब्लिक सीनियर सैकण्डरी स्कूल में यह लैब स्थापित होगी। अन्य जिलों से चयनित स्कूल इस प्रकार है :-
Published on:
20 Jan 2018 12:12 pm
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