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अब अप टू डेट दिखेंगे उदयपुर के सरकारी स्कूल के विद्यार्थी, नजर आएंगे टाई और आई कार्ड के साथ्‍ा

निजी विद्यालय के विद्यार्थियों की तरह अप टू डेट नजर आएंगे, विद्यालय विकास समिति की पहल

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उदयपुर . अब फतह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थी भी निजी विद्यालय के विद्यार्थियों की तरह अप टू डेट नजर आएंगे। विद्यालय विकास समिति एवं छात्र निधि कोष की हुई बैठक में विद्यार्थियों को विद्यालय लोगो लगा बैग, रजिस्टर, टाई व आई कार्ड देने का प्रस्ताव पास किया गया। प्राचार्या रुचिका माहेश्वरी ने बताया कि मुख्य अतिथि विद्यालय विकास समिति के विधायक प्रतिनिधि डॉ. जिनेन्द्र शास्त्री थे। अध्यक्षता पार्षद राकेश पोरवाल ने की। बैठक में विकास समिति सदस्य हरिवल्लभ आमेटा, भगवतसिंह, कमला चुण्डावत, मनीष सोनी, जगदीश साहू, वीणा गन्धर्व, कमलेश मालानी, समीर चतुर्वेदी, नूतन बेदी मौजूद थे।


इन सुझावों पर बनी सहमति
बैठक में विद्यार्थियों को नि:शुल्क स्कूल बैग व पांच रजिस्टर देने, टाई, आईकार्ड, जूते देने का निर्णय लिया गया। साथ ही स्कूल के शिव व पार्वती पार्क को कार्यक्रमों के लिए किराए पर देने, विद्यालय की छत पर सोलर पावर प्लांट लगाने, कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे, स्मार्ट क्लास रूम तैयार करने, पार्क के लिए सुरक्षाकर्मी रखने, स्कूल में केन्टीन व्यवस्था, श्रेष्ठ उपस्थिति पर विद्यार्थियों को सम्मानित करने, शौचालयों की व्यवस्था बढ़ाने आदि प्रस्तावों को पास किया गया। संचालन गौतम लाल ने किया।

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अक्टूबर तक प्रवेश, मई में परीक्षा
उदयपुर . प्रदेशभर के पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में अध्ययनरत प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को हर वर्ष मुसीबत से गुजरना पड़ रहा है। सिलेबस पूरा होने से पहले परीक्षाएं शुरू हो जाती है। अधिकतर विद्यार्थियों को प्रवेश और परीक्षा के बीच छह माह का भी समय नहीं मिल पाता है। इनका कहना है कि ऐसे में प्रथम वर्ष की पढ़ाई महज औपचारिकता बन गई है। उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए भी समय नहीं मिलता है। विद्याभवन पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल अनिल मेहता ने बताया कि प्रथम वर्ष में दो राउंड में प्रवेश हुए थे। पहले राउंड के प्रवेश के बाद सितम्बर में पढ़ाई प्रारंभ हुई, लेकिन प्रवेश का सेकंड राउंड अक्टूबर में पूरा हुआ। ऐसे में बाद में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए कम समय मिलता है।
यहां अटका है मामला
मेहता ने बताया कि प्रथम की परीक्षाएं मई में नहीं करवाई जाए तो तृतीय वर्ष वाले विद्यार्थियों को बीटेक में प्रवेश लेने में परेशानी होती है, क्योंकि परीक्षा में विलम्ब से अगले वर्ष प्रवेश भी देर से होते हैं। बीटेक में जाने वाले विद्यार्थियों को जुलाई में प्रवेश लेना होता है। ऐसे में वह प्रवेश से वंचित हो जाते हैं।