
उदयपुर . बड़ी स्थित टीबी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. महेंद्र कुमार की गिरफ्तारी और न्यायिक अभिरक्षा में बिताई गई अवधि को लेकर रिपोर्ट रवींद्रनाथ टैगोर राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन एवं विभाग के बीच भटक गई है। इसका खुलासा बुधवार को उस समय हुआ, जब चिकित्सा शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिवालय ने संबंधित कार्यालय से केवल अखबार में प्रकाशित समाचारों की प्रतियां ही भेजने की बात कही। साथ ही इस आधार पर अधिकारी को सेवाओं से निलम्बन करने में अक्षमता जताई।
दूसरी ओर, मेडिकल कॉलेज प्रशासन दो दिन बाद पुलिस से प्राप्त हुई लिखित जानकारी और कारागृह प्रशासन की रिपोर्ट भी मुख्यालय भेजने का दावा कर रहा है। गौरतलब है कि युवती से सोशल मीडिया पर अश्लीलता करने के आरोप में सुखेर थाना पुलिस ने आईटी एक्ट के अंतर्गत अधीक्षक डॉ. महेंद्र को गिरफ्तार किया था। बाद में अदालत ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के भी आदेश दिए थे। कॉलेज प्रशासन की मानें तो न्यायिक अभिरक्षा में 48 घंटे से अधिक अवधि बिताने वाले प्रत्येक कर्मचारी एवं अधिकारी की सूचना से वे प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाते हैं। प्रोफेसर एवं चिकित्सक विशेषज्ञ के मामले में कार्रवाई का अधिकार सरकार स्तर पर होता है।
भेज दिए दस्तावेज
डॉ. महेंद्र की गिरफ्तारी एवं न्यायिक अभिरक्षा अवधि से जुड़े दस्तावेजों में शामिल पुलिस और कारागृह प्रशासन की रिपोर्ट महाविद्यालय स्तर पर भिजवाई जा चुकी है। मेरे स्तर पर मामले में कोई कार्रवाई पेंडिंग नहीं है।
डॉ. डी.पी.सिंह, प्राचार्य, आरएनटी मेडिकल कॉलेज
डोडा चूरा तस्करी करते दो गिरफ्तार
उदयपुर. सूरजपोल थाना पुलिस ने डोडा-चूरा तस्करी करते दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि उदियापोल बस स्टैण्ड पर जोधपुर के खींच निवासी रमेश पुत्र श्रीराम व सावरिया फलौदी निवासी हरीश पुत्र हरचंद विश्नोई डोडा चूरा से भरे चार कट्टों को लेकर जोधपुर के लिए बस में बैठे थे। सूचना पर पुलिस ने कट्टों की जांच की। कट्टों में २७ किलो ग्राम डोडा चूरा होने पर पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया।
Published on:
11 Jan 2018 02:28 pm
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