
मेनार तालाबों में सीवरेज के पानी का मुद्दा उठा
मेनार. (उदयपुर). वेटलैंड्स संरक्षण को लेकर हुई बैठक में पक्षी विहार मेनार तालाब में नालियों का दूषित पानी गिरने का मामला जोर शोर से उठा।
राष्ट्रीय वेटलैंड कमेटी के सदस्य डॉ अफरोज अहमद के समक्ष मेनार जलाशयों में गन्दा पानी और सीवरेज का पानी अंदर गिरने की विस्तृत जानकारी प्रो.महेश शर्मा द्वारा दी गई। शर्मा ने मेनार वेटलैंड्स में जगह जगह नालियां बनाकर पंचायत द्वारा गन्दा पानी डालने, फोटो वीडियो दिखाकर इस समस्या से अवगत करवाया। उन्होंने बैठक में बताया कि मेनार गांव में नालियों का गंदा पानी वहां स्थित दोनों तालाबों धंड तालाब तथा ब्रह्म सागर में प्रवाहित हो रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों के साथ ही यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इस पर डॉ अहमद ने कहा कि उदयपुर की झीलों को झील प्राधिकरण में संरक्षित करने के साथ ही हेरिटेज झील के रूप में संरक्षित करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने मेनार के संरक्षण का प्रोजेक्ट बना कर राज्य कमेटी के माध्यम से केंद्रीय वेटलैंड कमेटी को भिजवाना चाहिए ताकि इस तालाब में प्रदूषण मुक्ति के साथ वर्ष भर पानी भरा रहे, इसकी भी व्यवस्था हो सके। डॉ . अहमद द्वारा वन विभाग से हर गांव में नर्सरी स्थापित करने की सलाह दी गई। इस दौरान बैठक में जल संसाधन विभाग के विनीत शर्मा, वन विभाग से एसीएफ डीके तिवारी, सुशील सैनी, झील प्राधिकरण समिति से संदीप दाधीच एवं प्रो. महेश शर्मा उपस्थित थे।
Published on:
10 Aug 2021 06:22 pm
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