राजस्थान के इन उत्पादों को जीआई टैग मिले तो देश दुनिया में छा जाएं
उदयपुरPublished: May 30, 2023 12:52:11 pm
We Need GI Tag For These Iteams : दुनियाभर में कसूरी मैथी हर रसोई की जरूरत है और इसका उत्पादन सिर्फ नागौर जिले में होता है। केसरिया ग्रीन मार्बल की उदयपुर तो कोटा स्टोन की खदानें सिर्फ कोटा में हैं। श्रीगंगानगर के किन्नू देश-विदेश में मशहूर हैं और पिछवाई कला के लिए नाथद्वारा जाना जाता है। इसके बावजूद इन सभी उत्पादों को जीआई टैग (GI Tag) हासिल नहीं है।


राजसमंद जिले के नाथद्वारा में पिछवाई कलाकृति बनाते कलाकार
रुद्रेश शर्मा / मधुलिका सिंह उदयपुर. प्रदेश के विभिन्न जिलों में डेढ़ दर्जन से अधिक ऐसे उत्पाद व कलाओं को जीआई (ज्योग्राफिकल इंडिकेशन) टैग मिले तो यह प्रदेश के आर्थिक विकास को गति दे सकते हैं। इनमें ऐसी कई वस्तुएं हैं, जिनकी ख्याति राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैली है। अलवर का कलाकंद देश-विदेश में पसंद किया जाता है।