लेकिन अब हम जिन शादियों की बात कर रहे हैं वे अपने आप में मिसाल हैं। नारायण सेवा संस्थान की ओर से कराई जाने वाली ये शादियां वास्तव में अपवाद हैं। हाल ही में संस्थान में 51 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया है। इनमें से अधिकतर दिव्यांग हैं। कोई देख नहीं सकता तो किसी के दोनो पैर नहीं। किसी दुल्हन ने अपने कटे हाथ ही मेंहदी रचाई है तो कोई दूल्हा और दुल्हन दोनों व्हील चेयर पर शादी की रस्में पूरी की हैं।
संस्थान के पदाधिकारियों ने बताया कि यह 43वां सामूहिक विवाह आयोजन था। रजिस्ट्रेशन के बाद ये शादियां कराई गईं। 51 जोड़ों में से अधिकतर को एक साथ एक ही समय पर मंच पर लाया गया और सभी ने एक साथ शादी की रस्में पूरी की। एक दूसरे के गले में वरमाला ड़ाली। किसी दूल्हे का हाथ गायब था तो किसी दुल्हन के एक पैर नहीं था। विदेश से भी एक जोड़ा शादी करने के लिए इस आयोजन में शामिल होने आया था। यह आयोजन आठ और नौ जनवरी को उदयपुर में आयोजित किया गया।