16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान में यहां लाइब्रेरी में अकेले पाकर छात्रा से घिनौनी हरकत, एक दिन क्लास में जोर-जोर से रोने लगी लड़की

Udaipur News: एक बार फिर शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक (पुस्तकालयध्यक्ष) ने विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा को अकेले पाकर उसके साथ घिनौनी हरकत कर दी।

2 min read
Google source verification
school_library.jpg

प्रतीकात्मक तस्वीर

Udaipur News: एक बार फिर शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक (पुस्तकालयध्यक्ष) ने विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा को अकेले पाकर उसके साथ घिनौनी हरकत कर दी। छात्रा की शिकायत के बावजूद विद्यालय प्रबंधन ने 14 दिन तक मामला दबाएं रखा। बात फैली तो विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया। जिसके बाद संबंधित शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार शिक्षक ने देरी से विद्यालय पहुंची छात्रा को पुस्तकें देने के बहाने लाइब्रेरी में बुलाया और उसके साथ गलत हरकतें की। बड़ी मुश्किल से छात्रा बहाना बनाकर शिक्षक से बचकर निकली। डरी सहमी छात्रा ने उस दिन यह बात किसी को नहीं बताई। मामला तब खुला जब घटना के 7 दिन बाद एक शिक्षक क्लास में बालिका सुरक्षा को लेकर कुछ बता रहे थे। इस दौरान छात्रा भावुक होकर जोर जोर से रोने लगी।

शिक्षक ने बालिका की पीड़ा जानने का प्रयास किया, लेकिन उसने मुंह नहीं खोला। आखिरकार उसने हिम्मत जुटाकर घटना की जानकारी प्रधानाचार्य को दी, लेकिन प्रधानाचार्य ने मामले को हल्के में लेते हुए अधिकारियों को अवगत कराने के बजाय विद्यालय स्तर पर ही कमेटी बनाकर पीड़िता के परिजनों को बुलाकर आरोपी शिक्षक को बचाने का प्रयास किया। विद्यालय प्रबंधन ने आरोपी शिक्षक के सामने ही पीड़िता को बुलाकर समझौते का प्रयास किया। छात्रा ने रोते हुए शिक्षकों के सामने में ही उस शिक्षक को चांटा भी मार दिया। घटना 15 सितंबर की बताई गई है।

यह भी पढ़ें : क्रिकेट खेलने की बात पर झगड़ा, तलवारें और सरिए चले, कई चोटिल

इस मामले में विद्यालय प्रबंधन ने घोर लापरवाही बरती है। इस तरह की घटना होने पर तुरंत विभागीय कार्यालय में सूचना देनी होती है, लेकिन विद्यालय प्रबंधन ने ऐसा नहीं किया। मुझे जानकारी मिलते ही उसी दिन संयुक्त निदेशक कार्यालय व सीडीपीओ उदयपुर को अवगत कराया। जिसके बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
- रमेश चंद्र खटीक, सीबीईओ, भींडर