
धीरेंद्र कुमार जोशी. उदयपुर . कोटड़ा निवासी झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी के मंत्री बनने के बाद प्रशासन और अन्य विभागों का ध्यान कोटड़ा की ओर चला गया है। इस क्षेत्र में सुविधाओं के विस्तार को लेकर विकल्प तलाशे जा रहे हैं। रोडवेज प्रशासन भी विधानसभा क्षेत्र में बसों को लेकर विकल्प तलाश रहा है। कभी कोटड़ा में करीब एक दर्जन बसों का संचालन होता था। वहीं वर्तमान में मात्र 4 बसों का आवागमन हो रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र के लोग निजी बसों, पिकअप आदि में अधिक किराया देकर ओवरलोड यात्रा करने का मजबूर हैं।
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (रोडवेज) की ओर से करीब आठ साल पूर्व तक कोटड़ा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक बसों का संचालन किया जा रहा था। उस समय उदयपुर आगार की सवा सौ से अधिक बसें थी। धीरे-धीरे रोडवेज बसों की संख्या घटती गई और विभिन्न रूटों पर संचालन बंद किया जाने लगा। जो घटते हुए वर्तमान में मात्र चार बसों पर आ टिका। अब जैसे ही कोटड़ा क्षेत्र के झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी सरकार में मंत्री बने तो प्रशासनिक और रोडवेज अधिकारी इस रूट पर बसों का संचालन बढ़ाने को लेकर विचार कर रहे हैं। अभी ये बसें चल रही कोटड़ा जाने वाली चार बसों में दो वाया देवला होकर चलती है। जो राउंड लगाकर उदयपुर पहुंचती है। इसी प्रकार एक बस अंबाजी और एक आबूरोड के लिए वाया कोटड़ा होकर चलाई जा रही है। इधर, झाड़ोल-फलासिया के लिए वर्तमान में तीन बसों का संचालन किया जा रहा है। जो अंबासा, खेरवाड़ा और फलासिया तक चलती है। रोजगार और उपचार के लिए आते हैं लोग कोटड़ा क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में रोजगार और उपचार करवाने के लिए उदयपुर आते हैं। रोडवेज बसें कम चलने के कारण निजी बस संचालक मनमाना किराया वसूलते हैं। ऐसे में क्षेत्र के लोगों को ओवरलोड गाडि़यों में सफर करना पड़ता है। इधर, इस क्षेत्र में चलाई जा रही रोडवेज बसों की हालत खराब है।
वर्तमान में उदयपुर आगार में बसें कम है। बसों की कमी के चलते ही कई रूटों पर संचालन बंद किया गया है। बसें आने पर कोटड़ा के साथ ही अन्य स्थानों पर भी शिड्यूल बढ़ाए जाएंगे।
- हेमंत शर्मा, मुख्य प्रबंधक, उदयपुर आगार
Published on:
09 Jan 2024 09:33 pm
बड़ी खबरें
View Allउदयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
