
उदयपुर . गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि दलाई लामा को उदयपुर बुलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। आज विश्व शांति और मानवाधिकारों के संरक्षण की अत्यधिक आवश्यकता है। कटारिया रविवार को समोरबाग स्थित तिब्बतियन बाजार में 28वें विश्व शांति पुरस्कार दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। कटारिया ने तिब्बतियन व्यापारियों की ओर से वर्षों से शांति से व्यवसाय करने का उदाहरण देते हुए दूसरों को इससे सीख लेने की बात कही। तिब्बतियन मार्केट एसोसिएशन की ओर से सुबह सात बजे विशेष अनुष्ठान हुआ। इसके तहत धूप करने के साथ शांति के विशेष मंत्रों के बीच चावल का आटा समर्पित किया गया। बाद में व्यवसायियों ने धर्मगुरु दलाई लामा की तस्वीर पर स्कार्फ अर्पित कर विश्व शांति का संदेश दिया। सुबह विशेष सभा हुई। महापौर चंद्रसिंह कोठारी, शांतिपीठ के अनंत गणेश त्रिवेदी, विधायक फूलसिंह मीणा बतौर अतिथि मौजूद रहे। एसोसिएशन के अध्यक्ष शाओ धोंडूप, टीगावा, कुंचोक दोर्जी, थ्रींग धोंडूप मौजूद थे।
करेंगे वस्त्र वितरित
40 वर्ष से उदयपुर में व्यवसाय कर रहे तिब्बतियन व्यवसायियों का कहना था कि गरीबी के दिन देखने के बाद अब वे संपन्न हैं। इसी खुशी को ध्यान में रखकर उन्होंने अपनी ओर से जुटाए गए करीब 10 हजार गर्म कपड़े गरीब और असहाय बच्चों को वितरित करने का फैसला किया।
महिलाओं से संवाद
विकल्प हेल्पलाइन, सपोर्ट सेंटर की ओर से महिलाओं से संवाद किया गया। उदयपुर शहर, मावली और गोगुन्दा की 48 महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम निदेशक उषा चौधरी ने कहा कि महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों का असर समाज पर होता है।
मानवाधिकार जरुरत
निश्रेयस संस्थान की ओर से सुविवि के महर्षी दयानंद सरस्वती गल्र्स हॉस्टल में गोष्ठी हुई। प्रो. सरोज कुमार ने बताया कि मानवाधिकार लोकतान्त्रिक समाज की पहली जरुरत है। डॉ. राजश्री, भुवनेश्वरी, डॉ. सुरेन्द्र जाखड़, डॉ. नवल सिंह राजपूत, सुरेन्द्रसिंह झाला, कंवरपाल सिंह, डॉ. अवनीश नागर, दिव्येश जोशी मौजूद रहे।
Published on:
11 Dec 2017 08:01 pm
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