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Mahakal Darshan दर्शन के लिए पहुंच गए तीन लाख श्रद्धालु, महाकाल मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

Mahakal Darshan सावन और अधिक मास में महाकाल के दर्शन और पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं का मानो सैलाब उमड़ रहा है। वर्षों बाद सावन के अधिकमास का संयोग होने से मंदिर में 84 महादेव की यात्रा करने वाली महिलाओं की सर्वाधिक भीड़ चल रही है। हाल ये है कि रोज यहां लाखों भक्त आ रहे हैं।

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सावन और अधिक मास में महाकाल के दर्शन

Mahakal Darshan सावन और अधिक मास में महाकाल के दर्शन और पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं का मानो सैलाब उमड़ रहा है। वर्षों बाद सावन के अधिकमास का संयोग होने से मंदिर में 84 महादेव की यात्रा करने वाली महिलाओं की सर्वाधिक भीड़ चल रही है। हाल ये है कि रोज यहां लाखों भक्त आ रहे हैं।

महाकाल मंदिर में 4 मंदिर ऐसे हैं, जो 84 महादेव की गणना में शामिल हैं। इधर, कावड़ यात्रियों के जत्थे लगातार मंदिर में आकर बाबा पर पवित्र नदियों के जल से जलाभिषेक कर रहे हैं। वहीं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी महिलाएं कलश नारियल लेकर मंदिर आकर जलाभिषेक कर रही हैं।

ऐसे में लगातार दो दिन छुट्टियां होने से मंदिर में भक्तों की भीड़ लग गई। मोहर्रम के अवकाश का लाभ लेते हुए शनिवार-रविवार को बाबा के दर्शन करने आस्थावान उमड़ पड़े। 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सुबह भस्म आरती से लेकर रात शयन आरती तक महाकाल के दर्शन किए।

इसके अलावा भक्त भस्म आरती के चलित दर्शन भी कर रहे हैं। मंदिर प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की गई हैं, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो।

गौरतलब है कि भगवान शिव का सबसे प्रिय मास सावन 4 जुलाई से शुरू हुआ। तभी से महाकाल मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। 18 जुलाई से अधिकमास की शुरुआत हो चुकी है, जोकि 16 अगस्त तक रहेगा।

मंदिर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति ने व्यापक तैयारियां की हैं। शिव भक्तों की भीड़ को सुगमता से दर्शन कराने के लिए प्रशासनिक कार्यालय से लेकर अंदर की तरफ सीमेंट के ब्लॉक पैबर, टीन शेड लगाए हैं। चल रहे निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा करने की कवायद चल रही है।

प्रशासक संदीप सोनी ने बताया सावन में देश-विदेश के श्रद्धालु बाबा महाकाल की एक झलक पाने को आते हैं। महाकाल लोक और बड़ा गणेश मंदिर के सामने से प्रवेश दिया जा रहा है। सुविधा को देखते हुए मानसरोवर भवन में भी काफी व्यवस्था की गई है।

कहां करें वाहन पार्किंग
इंदौर-देवास से आने वाले कार्तिक मेला मैदान, नृसिंह घाट के सामने। आगर-मक्सी से आने वाले छत्री चौक मल्टीलेवल पार्किंग। बडऩगर-उन्हेल से आने वाले कर्कराज मंदिर के साथ भील समाज की धर्मशाला में वाहन पार्क कर सकते हैं।

मंदिर आने पर कहां-क्या मिलेगी सुविधा
जूता स्टैंड : चारधाम, हरसिद्धि, महाकाल प्रशासनिक भवन के सामने, बड़ा गणेश के सामने।
मोबाइल लॉकर : लगभग सभी जूता स्टैंड के पास।
लड्डू प्रसाद : बड़ा गणेश मंदिर के पास, हरसिद्धि, चारधाम मंदिर, महाकाल प्रशासनिक कार्यालय के पास, मंदिर परिसर।

भस्म आरती : ऑनलाइन व ऑफलाइन अनुमति दी जाती है। बिना अनुमति वाले चलित भस्म आरती में शामिल हो सकते हैं। हर सोमवार को रात ढाई बजे, बाकी दिनों में रात 3 बजे से खुल रहे मंदिर के पट।
गर्भगृह में प्रवेश : 4 जुलाई से 11 सितंबर तक 70 दिन के लिए खास और आम लोगों का प्रवेश बंद किया गया है। इस दौरान केवल पंडे-पुजारी ही पूजन करने आ-जा रहे हैं।
शीघ्र दर्शन : 250 रुपए की टिकट लेकर। इसे ऑनलाइन मंदिर की वेबसाइट से प्राप्त किया जा सकता है।
नंदी हॉल से दर्शन : केवल प्रोटोकॉल यानी विशेष अनुमति प्राप्त लोगों को। आरती के दौरान संख्या सीमित रहेगी।
कावड़ यात्रियों का प्रवेश : मंगलवार से शुक्रवार तक जलाभिषेक कर रहे हैं। अन्य दिनों में प्रवेश नहीं देते हैं।
सामान्य दर्शनार्थी : महाकाल लोक से प्रवेश कर नए फैसिलिटी-2 से होकर पुराने फैसेलिटी से होकर नई टनल अथवा टनल की छत से कार्तिकेय मंडपम् पहुंचते हैं।
वीआइपी : वीआईपी को गेट नंबर 1 यानी महाकाल प्रशासनिक कार्यालय के सामने से मंदिर में प्रवेश दिया जाता है। अतिविशिष्ट को निर्माल्य गेट से मंदिर में प्रवेश दिया जाता है।
नियमित : गेट नंबर 4 से विश्रामधाम से सभामंडप होकर बैरिकेड्स से दर्शन के लिए जाते हैं।

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