
उज्जैन. साल की आखिरी रात थर्टी फस्र्ट पर यातायात पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वाले वालों के खिलाफ चलाए अभियान में करीब 300 लोगों को पकड़ा। इनमें से किसी पर चालानी कार्रवाई नहीं करते हुए सिर्फ समझाइश देकर छोड़ दिया गया ताकि नववर्ष खराब न हो। कुछ जगह मामूली मारपीट की घटनाओं पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किए हैं।
नव वर्ष की पूर्व संध्या को लेकर शाम ६ बजे से ही शहर के विभिन्न चौराहा व मार्गों पर पुलिस मुस्तैद हो गई थी। वहीं यातायात पुलिस ने शाम ७ बजे बाद से वाहनों की जांच भी शुरू कर दी थी। इसमें विशेषकर शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच की गई। करीब 10 स्थानों पर यह जांच की गई। इसमें ब्रिथ एंथलाइजर की मदद से वाहन चालकों में एल्कोहल की जांच की गई। डीएसपी ट्रैफिक एचके बाथम का कहना है कि जांच के दौरान करीब 300 वाहन चालक ऐसे निकले, जो शराब पिए हुए थे। नववर्ष होने के कारण इन्हें समझाइश देकर छोड़ दिया गया। किसी के खिलाफ चालानी कार्रवाई नहीं की गई। दरअसल इनमें अधिकांश ऐसे लोग थे, जिनमें एल्कोहल की मात्रा तय सीमा से कम थी। इसी तरह पुलिसकर्मियों शहर के प्रमुख चौराहों पर रात 1.30 बजे तक तैनात रहे। इनके द्वारा भी रात में तेज रफ्तार वाहन या चौराहे पर खड़े होने वालो को लोगों को शहर में नहीं घूमने की हिदायत देते हुए घर जाने की सलाह दी।
ठंड के चलते कम ही निकले सड़कों पर
थर्टी फस्र्ट पर हर वर्ष की तरह सड़कों पर कम भीड़ दिखाई दी। ठंड के चलते लोग ज्यादा बाहर नहीं निकले। स्थिति यह थी कि रात 11-12 बजे के दौरान अधिकांश मार्ग सूने पड़े हुए थे। वहीं शहर में नूतन वर्ष अभिनंदन के कार्यक्रम भी कम ही जगह हुए हैं। हालांकि शाम के समय शहर के मंदिरों में दर्शन के लिए बडी संख्या में लोग पहुंचे थे।
Published on:
02 Jan 2020 01:17 pm
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