
शहर की होटलों को फायर एनओसी देने की प्रक्रिया निगम ने शुरू कर दी है। ५० कमरों से ज्यादा होटल संचालकों ने निगम में जमा करवाए आवेदन
उज्जैन। शहर की होटलों को फायर एनओसी देने की प्रक्रिया निगम ने शुरू कर दी है। निगम के पास अब तक ३१ आवेदन पहुंचे है। इसमें से १२ आवेदनों को निरस्त कर दिया है। वहीं शेष आवेदनों की फिलहाल जांच की जा रही है।
एमओएस व व्यावसायिक अनुमति नहीं
नगर निगम ने जिन १२ होटलों की फायर एनओसी निरस्त की है। उसकी जांच में सामने आया है कि नियमानुसार एमओएस ही नहीं छोड़ा गया है। कहीं पर आवासीय अनुमति पर ही व्यावसायिक कार्य किया जा रहा है। तय अनुमति के विपरित भी निर्माण किया गया है। ऐसे में इन होटलों के नियमानुसार निर्माण व भवन अनुज्ञा नहीं होने पर फायर एनओसी जारी नहीं की गई है।
छोटे होटलों को स्व प्रमाणित एनओसी
फायर एनओसी के नए प्रावधानों के तहत ५० कमरों से छोटे होटल संचालक स्व प्रमाणि एनओसी लगा सकते है। इन संचालकों को फायर कंसल्टेंट के माध्यम से ऑडिट करवाकर एनओसी लेना होगी। जिसके आधार पर होटल में आग बुझाने के सभी यंत्र व अन्य संसाधन लगाने होंगे।
फायर एंड सेफ्टी ऑडिट के यह रेट
- वह होटल एवं यात्रीगृह जिनकी उंचाई १५ मीटर से कम, ३२०० वर्ग फीट कम या ५० पलंग से कम के दायरे में आता है। उनमें १ से १५ कमरों तक ५ हजार रुपए, १६ से ३० कमरों तक ७५०० व ३१ से ५० कमरों तक १० हजार शुल्क तय किया गया है।
- अग्निशमन बॉटल ६ किग्रा के इंस्टालेशन, सर्टिफिकेट व टेक्स बिल पेड सहित ११२० रुपए
- अग्रिशम बॉटल रिफिल दर ४ किग्रा ३४० व ६ किग्रा ४१० रुपए।
- सीओ २ फायर बॉटल ४ किग्रा ४५०० रुपए
(जैसा कि होटल संचालकों ने बताया)
इनका कहना
होटलों के फायर एनओसी के अब तक ३१ आवेदन आए है। इसमें १२ आवेदनों को होटल के आवसीय , एमओएस नहीं छोडऩे तथा अन्य कारणों से निरस्त किए है। शेष के आवेदनों की जांच की जा रही है।
- पीसी यादव, फॉयर ऑफिसर, नगर निगम
Published on:
17 May 2023 11:51 am
बड़ी खबरें
View Allउज्जैन
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
