
इंदौर से आए चार्टर्ड प्लेन होंगे पार्क
उज्जैन. देवास रोड पर दताना मताना हवाई पट्टी का करीब 2.50 किमी लंबा विस्तार किया जाएगा। यहां एमआइटी कॉलेज तथा विक्रम उद्योगपुरी की ओर जमीन अधिग्रहण की जा सकती है। हवाई पट्टी के पीछे तरफ 100 मीटर तो एमआइटी कॉलेज रोड की ओर 250 मीटर से ज्यादा जमीन अधिग्रहीत किए जाने का प्रस्ताव है। भू अर्जन के लिए 78 करोड़ रुपए की राशि लगेगी।खास बात यह कि हवाई पट्टी के विस्तार में कोई बड़ी तकनीकी खामी नही है। वहीं हवाई पट्टी के विस्तारीकरण के बाद से चार्टर्ड प्लेन इंदौर की बजाय उज्जैन में रुकेंगे।
दताना.मताना हवाई पट्टी के विस्तारीकरण को लेकर सोमवार को विमानन विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर गौरव कुमार, पायलट कैप्टन शिव जायसवाल तथा एयरक्राफ्ट मेटेनेंस इंजीनियर अब्दुल रहमान रजा शहर पहुंचे थे। इन्होंने लोक निर्माण विभाग की ओर से तैयार किए गए हवाई पट्टी विस्तारीकरण की योजना का जायजा लिया। इसमें बताया गया कि हवाई पट्टी के पीछे की तरफ एमआइटी कॉलेज की तरफ 100 मीटर एक्सटेंशन किया जा सकता है। इसके साथ ही देवास रोड एमआइटी कॉलेज रोड की तरफ 250 मीटर तक जमीन को बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान में हवाई पट्टी की लंबाई 1180 मीटर है जिसे बढ़ाकर 2.50 किमी तक की जा सकती है। इस दौरान अधिकारियों ने हवाई पट्टी के चतुर्थ सीमा का मुआयना करते हुए इसका निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान सामने आया कि हवाई पट्टी विस्तारिकरण में किसी तरह की तकनीकी समस्या नहीं आएगी।
दरअसल यहां जमीन समतल है और आसपास किसी तरह की बिल्डिंग या पहाड़ भी नहीं है। वहीं एमआइटी कालेज भवन व टेकरी 250 मीटर से अधिक दूरी पर है। निरीक्षण के दौरान वीआइपी गेस्ट हाउस सहित अन्य निर्माण वाली जगह का भी जायजा लिया गया। बताया गया कि भू.अर्जन के लिए 78 करोड़ रुपए की राशि लगेगी। निरीक्षण उपरांत एक रिपोर्ट दिल्ली मंत्रालय भेजी जाएगी जहां से इसके विस्तारिकरण कार्य को अंतिम रूप दिया जाएगा। निरीक्षण में पीडब्ल्यूडी इई गणेश पटेेल, अपर तहसीलदार सपना शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मंत्री सिंधिया हर मीटिंग में पूछते हैं प्रोग्रेस
निरीक्षण करने आए अधिकारी हवाई पट्टी के विकास कार्य को जल्द ही शुरू करने की बात भी कहते दिखाई दिए। अधिकारियों का कहना था कि मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हर बैठक में उज्जैन की हवाई पट्टी के विकास के बारे में चल रही कार्रवाई के बारे में पूछते है। लिहाजा यहा प्रोजेक्ट विभाग की प्राथमिकता में शामिल है। उम्मीद है कि जल्द ही दिल्ली स्तर पर इस पर निर्णय ले लिया जाएगा।
इंदौर पर ज्यादा लोड, उज्जैन बनेगा विकल्प
दताना मताना हवाई पट्टी उज्जैन के विकास ही नहीं विमानन विभाग के लिए महत्वपूर्ण हो गई है। इसके पीछे बताया जा रहा कि भोपाल हवाई अड्डे की क्षमता फुल हो गई और वहां का लोड इंदौर आ गया है। इंदौर हवाई अड्डे पर भी अत्यधिक दबाव है इसलिए दताना मताना हवाई पट्टी का विकास जरूरी है। इसके बनने से इंदौर में आने वाले चार्टेड प्लेन को उज्जैन भेजा जाएगा और रात में खड़े होने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए फ्यूल चार्जेस में कमी भी की जा सकती है।
Published on:
15 Nov 2022 11:03 am
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