27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सहायक जेल अधीक्षक कराता था देशी और विदेशी खाते हैक

कैदी ने हैक करवाने का लगाया आरोप, एसआइटी ने शुरू की जांच

2 min read
Google source verification
1_2.png

उज्जैन. भेरवगढ़ जेल से साइबर क्राइम कर देशी और विदेशी बैंक खाते हैक करने का सनसनीखेज मामला सामाने आया है। जिसमें उप अधीक्षक और जेलर द्वारा ही जेल में बंद हैकर को लैपटॉप व इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था देकर साउथ कोरिया, सऊदी अरब और केलिफोर्निया से अपने खातों में विदेशी करेंसी ट्रासंफर करवाई जा रही थी।

जब इस मामले में खुद हैकर ने पिछले दिनों राज्य साइबर सेल को शिकायत की तो टीम भैरवगढ़ जेल पहुंची और अधिकारियों से पूछताछ कर जांच शुरू कर बंदी को भोपाल जेल में ट्रांसफर किया है। अब तक की जांच में सामने आया कि जेल प्रशासन से जुड़े करीब आधा दर्जन अधिकारियों के खातों में लाखों रुपए पहुंचे हैं जिनके बारे में साइबर सेल की एसआइटी जांच कर रही है।

Must See: अनोखा मामलाः जेल में बैठे-बैठे कैदी ने कई देशों की बैंकों से करोड़ों रुपए ट्रांसफर कर लिए, मच गया हड़कंप

बिट क्वाइन और डाक विेब के जरिए खरीद रहे थे क्रेडिट कार्ड नंबर
दरअसल महाराष्ट्र का रहने वाला साइबर क्राइम एक्सपर्ट अमर आनंद अग्रवाल 15 फरवरी 2018 से साइबर ठगी के मामले में भेरवगढ़ जेल में बंद था। करीब 2 माह पूर्व अमर अग्रवाल ने राज्य साइबर सेल को शिकायत की है कि भेरवगढ़ जेल सहायक अधीक्षक सुरेश गोयल व अन्य अधिकारियों द्वारा उससे साइबर क्राइम करवाया जा रहा है।

Must See: अमेरिकी ससुर ने इंदौर में की बहू की शिकायत

इसके लिए उसे कै लेपटॉप व इंटरनेट कनेक्शन तक दे रखा है, जिसमें डार्क वेब व के बिटकाइनके जरिए डाटा जुटा देशी और विदेशी खातों में सेंध लगा रिश्तेदारों व अन्य अधिकारियों के खातों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर करवाए गए। इस मामले में शिकायत के बाद जेल प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया। 1 नंवबर को आनन -फानन राज्य साइबर सेल द्वारा गठित एसआइटी भी भेरवगढ़ जेल पहुंची और संबंधित अधिकारियों से 7 घंटे गोपनीय पूछताछ की, जिसमें यह भी सामने आया कि भेरवगढ़ जेले में ही बैठकर उदयपुर की उदय पैलेस होटल को रशियन एजेंट के जरिए|

Must See: अब सुबह होने वाली अजान पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने जताई आपत्ति

एक करोड 60 लाख का पैमेंट किया गया था, बाद में होटल के खाते से 40 लाख रुपए का पैमेंट गोयल व अन्य अधिकारियों के खातों में डला है। हालांकि मामले में राज्य साइबर एडीजी योगेश देशमुख का कहना है कि इस तरह की शिकायत मिली है, जिसमें फिलहाल जांच जारी है परंतु शिकायत कितनी सही है यह देखना बाकी है। इस मामले में 1 नवंबर को एसआइटी की टीम उज्जैन पहुंची थी, करीब 5 से 6 घंटे गोपनीय पूछताछ की गई थी। जानकारी लगी है कि जेल में एक कैदी को लैपटॉप व अन्य साधन उपलब्ध करवाए गए थे।