
Baba Mahakal first Rakhi rakshabandhan special bhasm aarti mahabhog (Patrika.com)
MP News:मध्य प्रदेश के उज्जैन नगरी में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकालेश्वर को भस्मारती में पुजारी परिवार के अमर पुजारी द्वारा सवा लाख लड्डूओ का भोग लगाया गया। पंचामृत और जल से स्नान कराने के बाद उनका भव्य श्रृंगार किया गया। बाबा महाकाल को रंगबिरंगी पगड़ी पहनाई गई।
इसके बाद भगवान को भस्म अर्पित की गई। इसके बाद भगवान को पुजारी परिवार द्वारा रक्षाबंधन (Rakshabandhan) के पावन पर्व पर प्रथम राखी बांधी गई। पुजारी धर्मेंद्र शर्मा द्वारा भगवान महाकालेश्वर (Lord Mahakal) को भोग लगाकर आरती पूर्ण की गई।बाबा महाकाल को पहली राखी बांधने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। यह राखी पुजारी परिवार की महिलाएं बांधती है।
आरती के पश्चात महाकाल को 1.25 लाख लड्डुओं का महाभोग अर्पित किया गया। लड्डुओं को 4 दिनों के अंदर 60 डिब्बे देशी घी, 40 क्विंटल बेसन, 40 क्विंटल शक्कर और 25 किलोग्राम सूखे मेवे से बनाया गया है। हलवाई ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि लगभग 100 लोगों ने मिलकर यह प्रसाद तैयार किया।
यह महाभोग श्रद्धालुओं को वितरित किया गया, जो श्रावण मास के उपवास के बाद इस प्रसाद से व्रत खोलते हैं। मंदिर समिति का कहना है कि हिंदू परंपरा के अनुसार सभी मुख्य त्योहारों की शुरुआत बाबा महाकाल के दरबार से ही होती है।
यह अवसर इसलिए भी अद्वितीय था क्योंकि इस वर्ष का रक्षाबंधन 297 वर्षों में पहली बार ऐसे शुभ संयोग में आया, जिसमें भद्रा काल या कोई अशुभ योग नहीं था। इस कारण, यह पर्व पूर्ण रूप से शुभ समय में मनाया गया।
Updated on:
09 Aug 2025 10:59 am
Published on:
09 Aug 2025 10:50 am
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