
Baba Mahakal Bhasm Aarti: सावन की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। इसी दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंचेंगे। इसको देखते हुए महाकाल मंदिर समिति की बैठक हुई। जिसमें कई जरुरी फैसले लिए गए हैं। श्रावण और भादौ मास में बाबा महाकाल की भस्म आरती का समय 22 जुलाई से 2 सितंबर तक 3 बजे रहेगा। वहीं सोमवार को प्रात: 2:30 बजे से होगा। इसी कड़ी महाकाल मंदिर समिति ने बड़ा फैसला लेते हुए श्रावण और भादौ मास में भक्तों को बिना अनुमति बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन हो सकेंगे।
महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया है कि श्रावण-भादौ मास की भस्म आरती में रजिस्टर्ड भक्तों के एंट्री की व्यवस्था गेट नंबर 1 से होगी। दर्शन के दौरान निर्गम द्वार और नए आपातकालीन निर्गम द्वार से भक्त बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
कांवडियों के लिए रेस्ट हाउस, रैम्प, सभा मंडपम में जलपात्र से बाबा महाकाल को जल अर्पित करने की व्यवस्था निर्धारित रहेगी। गेट नंबर 1 से होते हुए टनल के रास्ते मंदिर परिसर, कार्तिक मंडपम, गणेश मंडपम से बाबा महाकाल को जल अर्पित करेंगे। वहीं बिना सूचना के आने वाले कांवड़ यात्रियों को शनिवार, रविवार और सोमवार को दर्शन के लिए सामान्य श्रद्धालुओं की तरह निर्धारित रहेगी।
सामान्य भक्तों को श्रावण-भादौ मास में त्रिवेणी संग्रहालय के पास से भारत माता मंदिर की ओर से आकर मानसरोवर द्वार से एंट्री कर सकेंगे। पहली सवारी सोमवार को 22 जुलाई, दूसरी 29 जुलाई, तीसरी 5 अगस्त, चौथी सवारी 12 अगस्त, पांचवी सवारी 19 अगस्त को श्रावण मास में निकाली जाएगी। वहीं भादौ मास में छठी सवारी 26 अगस्त और शाही सवारी 2 सितंबर को निकाली जाएगी।
Updated on:
12 Jul 2024 04:31 pm
Published on:
12 Jul 2024 04:28 pm
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