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उज्जैन. महाकाल मंदिर प्रबंध समिति में प्रशासक की जिम्मेदारी से अचानक हटाने के तरीके पर दिनभर कई प्रकार की बातें होती रहीं। मंगलवार को पद से हटाए गए प्रभारी प्रशासक ने मंदिर की जिम्मेदारी चालू प्रभार के तौर पर सहायक प्रशासनिक अधिकारी को सौंप दी।
कलेक्टर को इस बात की खबर नहीं
यहां कलेक्टर को इस बात की खबर नहीं लगी। इस इससे प्रशासक की पदस्थापना और प्रभार को लेकर संशय खड़ा हो गया। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की ओर से बुधवार को जारी जानकारी में बताया गया कि कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष संकेत भोंडवे ने डिप्टी कलेक्टर प्रदीप सोनी को महाकाल मंदिर प्रभारी प्रशासक के पद से मुक्त करते हुए अवधेश शर्मा, अपर कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्मार्ट सिटी उज्जैन को प्रशासक महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक का प्रभार अस्थाई रूप से सौंपा है। नवीन प्रशासक के पदभार ग्रहण करने तक महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति उज्जैन द्वारा संचालित कार्यों की देखरेख एवं जिम्मेदारी मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी को सौंपी गई है।
प्रभारी प्रशासक ही आदेश जारी कर गए
मंदिर समिति के प्रभारी प्रशासक के तौर पर मंगलवार को कलेक्टर भोंडवे द्वारा अवधेश शर्मा, अपर कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्मार्ट सिटी उज्जैन को प्रशासक महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक का प्रभार अस्थाई देने संबंधित जारी आदेश का हवाला देते हुए प्रदीप सोनी के हस्ताक्षर से महाकाल मंदिर की ओर से आदेश जारी किया गया। इसमें बताया गया कि नए प्रशासक के पदभार ग्रहण करने तक कार्यों की देखरेख एवं जिम्मेदारी मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी को सौंपी गई है।
डेढ़ माह पहले ही नियुक्ति
सूत्रों ने बताया कि आरके तिवारी को मंदिर की जिम्मेदारी देने की जानकारी कलेक्टर को नहीं थी। मामला सामने आने पर हड़कंप मचा तो मामले पर चालू प्रभार की लीपापोती शुरू हो गई। बैंक से सेवानिवृत आरके तिवारी २६ अक्टूबर २०१७ को एक वर्ष के लिए सहायक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में महाकाल मंदिर नियुक्त किए गए है। ऐसे में मंदिर की बड़ी जिम्मेदारी तिवारी को दिए जाने पर सवाल उठने के बाद मंदिर में प्रशासक के संबंध में कलेक्टर संकेत भोंडवे से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि प्रशासक अवधेश शर्मा को बनाया गया है। कलेक्टर को तिवारी को जिम्मेदारी देने के संबंध में अवगत कराया तो उनका कहना था कि तिवारी को चालू प्रभार दिया गया है। शर्मा जब पदभार संभालेंगे तो तिवारी का प्रभार स्वत: खत्म हो जाएगा।
शोध संस्थान के प्रभारी निलंबित
इधर, प्रशासक पद से मुक्त होने के पहले प्रदीप सोनी से महाकाल वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के प्रभारी डॉ. पीयूष त्रिपाठी को निलंबित कर दिया। डॉ. त्रिपाठी के निलंबन का कारण प्रशासक को शोध संस्थान से संबंधित फाइल पर गलत जानकारी देना बताया गया है। इसी प्रकार मंदिर की सहायक प्रशासक प्रीति चौहान को प्रशासक की अधूरी टीप के आगे स्वयं का मत लिखने के आरोप में नोटिस जारी किया गया है।
Published on:
21 Dec 2017 05:45 pm
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