पिछले दिनों बैठक में तय हुआ था कि, सत्कारधारी (प्रोटोकॉल) श्रद्धालु, 1500 रुपए की रसीद वाले और पुजारी-पुरोहितों के यजमानों के गर्भगृह में प्रवेश का समय सुबह 6 से 9 बजे तक, दोपहर 12 से 1 बजे तक और शाम 6 से रात्रि 8 बजे तक (आरती के समय को छोड़कर) निर्धारित है। इसके
अलावा बाकी समय गर्भगृह में उनका प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
यह भी पढ़ें- महाकाल मंदिर खुदाई में ही निकली हजारों साल पुरानी प्रतिमाएं, प्राचीन विरासतें समेटे है अवंतिका की नगरी
प्रबंधन को नहीं जानकारी
आम श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार से शुक्रवार तक संख्या का आकलन कर दोपहर 1 से अपराह्न 4 बजे तक गर्भगृह में प्रवेश की व्यवस्था है, लेकिन लाभ कमाने इस दौरान भी सत्कारधारी व रसीद वाले भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश कराया जा रहा है। इस मामले में मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ का कहना है कि, ऐसी किसी बात की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा कुछ हुआ है, तो में दिखवाता हूं।
यह भी पढ़ें- आ रही है नई रेत पॉलिसी, 3 महीने के लिए नीलाम होंगी यहां की रेत खदानें
यह भी पढ़ें- खरगोन में 4 घंटे की ढील मिली तो बिना बैंड-बाजे और घोड़ी पैदल बारात लेकर दुल्हनिया लेने पहुंचा दूल्हा
खरगोन दंगों पर बोले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, देखें वीडियो