25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इन्होंने लिया ब्राह्मणों का सम्मान अक्षुण्ण रखने का संकल्प

तीर्थ,धार्मिक महत्व के स्थान,घटना के शोध प्रकल्प का गठन,इकाईयों के मनोनयन की पुष्टि

2 min read
Google source verification
patrika

dharmayaatra mahaasangh or teerth purohit mahaasangh

उज्जैन. धर्मयात्रा महासंघ तथा तीर्थ पुरोहित महासंघ के दो दिवसीय अधिवेशन का समापन हुआ। इसमें एक संकल्प,दो प्रस्ताव परित करने के साथ ही तीर्थ,धार्मिक महत्व के स्थान,घटना के शोध शोघ प्रकल्प का गठन किया। संगठन की ४० इकाईयों के मनोनयन की पुष्टि की गई।

अधिवेशन का समापन रविवार को महाकाल प्रवचन हाल में हुआ। इसमें भारत के चारों कुंभ स्थान तथा देश के सभी प्रसिद्ध सनातन धर्म तीर्थ, मंदिरों पर सनातन एवं वैदिक परंपरा के संवाहक तीर्थ पुरोहितों, मंदिरों के पुजारियों और ब्राह्मणों के सम्मान अक्षुण्ण रखने के संकल्प रखा गया। केंद्र सरकार,राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन तीर्थों के विकास में पुरोहितों,पुजारियों से सलाह प्राप्त करने के प्रस्ताव का पारित किया गया। इस अवसर पर धर्मयात्रा महासंघ तथा तीर्थ पुरोहित महासंघ के संपूर्ण भारतवर्ष की 40 राज्य इकाइयों की इकाइयों का मनोनयन एवं पुनर्गठन की घोषणा और पुष्टि की गई। तीर्थ पुरोहित महासंघ में उज्जैन मंगलनाथ के मनीष उपाध्याय को प्रांताध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं उत्तम दुबे को उज्जैन नगर अध्यक्ष बनाया है।

कार्ययोजना बनेगी श्रीकृष्ण यात्रा की
अधिवेशन में राष्ट्रीय संयोजक सुनील शर्मा ने प्रस्ताव रखा कि द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण शिक्षा ग्रहण करने मथुरा से किस मार्ग से उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में आए थे। देशभर के तीर्थ पुरोहित विद्वानों, इतिहासविदों से चर्चा कर इसकी पौराणिक जानकारी एकत्र कर मार्ग की खोज करने के बाद यात्रा शुरू करेंगे। इसके तहत नया प्रकल्प तीर्थ शोध संस्थान का गठन कर उसका संयोजक नरेंद्र बिंदल को बनाया गया जो आध्यात्मिक रूप से लुप्त धार्मिक यात्राओं का शोध कर ऐसी यात्राओं को प्रारंभ करेगा। इसमें प्रमुख रुप से महाभारत काल में मथुरा (वृंदावन) स? कृष्ण ?? के उज्जैन तक की यात्रा प्रमुख रूप से आगामी वर्ष में कार्य योजना तैयार कर प्रारंभ की जाएगी। अधिवेशन के समापन सत्र को राष्ट्रीय संयोजक सुनील शर्मा, तीर्थ पुरोहित महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनंत दत्तात्रेय जोशी, नासिक त्रंबकेश्वर डॉ. प्रयागनाथ चतुर्वेदी,महामंत्री दिल्ली प्रांत अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल, राष्ट्रीय महामंत्री नरेंद्र बिंदल, राष्ट्रीय मंत्री सुरेंद्र चतुर्वेदी, डॉ. आशा गुप्ता आदि ने संबोधित किया।

प्रतिनिधियों का सम्मान
अधिवेशन में आएं प्रतिनिधियों का तीर्थ पुरोहित महासंघ के मध्य प्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष मनीष उपाध्याय, धर्मयात्रा महासंघ के प्रांताध्यक्ष अशोक कोटवानी, उपाध्यक्ष राहुल व्यास,अरविंद उपाध्याय, गौरव उपाध्याय, अनोखीलाल शर्मा, सीपी जोशी, अभिजीत दुबे, पुरुषोत्तम शर्मा, स्वप्निल मेहता, चक्रवर्ती जोशी, यश जोशी,उत्तम दुबे, राजेंद्र शर्मा, शैलेंद्र द्विवेदी, हेमंत शास्त्री, विजय त्रिवेदी, धर्मेंद्र चतुर्वेदी, सुनील मेहता, रजनी कोटवानी आदि ने सम्मान किया। अधिवेशन समापन के पूर्व कांची कामकोटि पीठ के दिवंगत शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती तथा मौन तीर्थ के संस्थापक तांत्रिक गुरु मौनी बाबा के जीवन पर तीर्थ पुरोहित एवं धर्माधिकारी नारायण उपाध्याय ने प्रकाश डालते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। संचालन राष्ट्रीय मंत्री धर्मयात्रा महासंघ सुरेंद्र चतुर्वेदी ने किया।