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लोककला महोत्सव: “पंखिड़ा” फेम हेमंत चौहान उज्जैन में होंगे सम्मानित

मालवा कला अलंकरण 2021 गुजरात के प्रसिद्ध भजन गायक हेमंत चौहान (पंखिरा रे उड़ी ना जाजे पावागढ़...) को प्रदान किया जाएगा।

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Folk art festival: Bhajan singer Hemant Chauhan will be honored

मालवा कला अलंकरण 2021 गुजरात के प्रसिद्ध भजन गायक हेमंत चौहान (पंखिरा रे उड़ी ना जाजे पावागढ़...) को प्रदान किया जाएगा।

उज्जैन। मालवा कला परिषद द्वारा एक दिवसीय मालवा कला महोत्सव का आयोजन आज 3 मार्च को किया जा रहा है। जिसमें मालवा कला अलंकरण 2021 गुजरात के प्रसिद्ध भजन गायक हेमंत चौहान (पंखिरा रे उड़ी ना जाजे पावागढ़...) को प्रदान किया जाएगा।

3 मार्च को बगलामुखी धाम में आयोजन
अंतरराष्ट्रीय कवि दिनेश दिग्गज एवं अभिषेक निगम ने बताया कि 3 मार्च गुरुवार की शाम 7 बजे उज्जैन में भैरवगढ़ रोड स्थित बगलामुखी धाम पर उज्जैन के लोक कलाकारों का एक समागम आयोजित किया जा रहा है। इसमें विभिन्न लोक कलाकार गायक हेमंत चौहान के सम्मुख अपनी-अपनी प्रस्तुतियां देंगे और श्री चौहान सभी कलाकारों का उत्साह वर्धन करेंगे।

नृत्य संगीत की होगी प्रस्तुति
प्रतिभा नृत्य अकादमी की प्रतिभा रघुवंशी भी प्रस्तुति देंगी। मालवा कला परिषद एवं श्री दीनदयाल फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में संस्था द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाली संस्थाओं एवं कलाकारों का सम्मान किया जाएगा।

कबीर भजन गायक टिपाणिया रहेंगे मौजूद
साथ ही लोककला के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देने वाले सुप्रसिद्ध भजन गायक हेमंत चौहान को मालवा कला अलंकरण से विभूषित किया जाएगा। इस अवसर पर आशीर्वाद देने के लिए प्रसिद्ध कबीर भजन गायक पद्मश्री प्रहलाद सिंह टिपानिया एवं बगलामुखी धाम के पीठाधीश्वर महंत रामनाथ महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।

उज्जैन के बगलामुखी धाम में दुर्लभ स्फटीक शिवलिंग
शहर के भैरवगढ़ रोड स्थित बगलामुखी धाम मंदिर में दुर्लभ स्फटीक शिवलिंग का महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर पीर योगी महंत रामनाथ महाराज के सानिध्य में 11 द्रव्यों से अभिषेक-पूजन किया गया। महाराज के शिष्य एवं इंदौर के उद्योगपति विजय भट्ट ने सपत्नीक अभिषेक व हवन किया। स्फटीक शिवलिंग के अभिषेक में 11 प्रकार के द्रव्यों का उपयोग किया गया। वहीं मध्य रात्रि में हवन किया गया। यह रूद्र का हवन होने से इसमें शिव की प्रिय समिधा ली गई, जिसमें बिल्व पत्र, भांग, घी, कमल आदि सामग्री शामिल थी। इन सामग्रियों से जनकल्याण, विश्वकल्याण की कामना करते हुए आहुतियां प्रदान की गई। स्फटीक शिवलिंग का ड्रायफ्रूट्स, फूल, बिल्वपत्र आदि प्राकृतिक सामग्रियों से मनमहेश रूप में आकर्षक शृंगार किया गया व कांकड़ आरती की गई। मां बगलामुखी धाम परिसर में 1100 दीप प्रज्वलित कर महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया गया। अभिषेक पं. मोहित दुबे सहित 11 पंडितों ने कराया, वहीं हवन पं. चेतन गुरु सहित 5 पंडितों ने किया।