
टीम ने सुरक्षाकर्मी से पूछा, समय पर वेतन मिलता है, गार्ड ने कहा, मेरा तो पहला ही दिन है, वार्ड में चलाए भजन
उज्जैन. जिला अस्पताल में सुरक्षा इंतजाम खासे कमजोर हैं लेकिन एनक्यूएएस की टीम के आगमन के चलते हर वार्ड के बाहर सिक्युरिटी गार्ड तैनात थे। हालांकि दल के सामने सच्चाई ज्यादा समय छिपी नहीं रही। दल सदस्य ने सी वार्ड के बाहर खड़े सिक्युरिटी गार्ड से पूछा कि आप को वेतन समय पर मिलता है। जवाब में बुजुर्ग गार्ड ने कहा, मेरा तो पहला ही दिन है, आज ही नौकरी पर रखा है। यह सुन सदस्य भी मुस्कुरा दिए।
कायाकल्प योजना अंतर्गत स्वच्छता और चिकित्सा सेवाओं का जायजा लेने नेशनल क्वालिटी अश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) की टीम ने सोमवार को जिला अस्पताल व चरक भवन का निरीक्षण किया। तीन सदस्यीय राष्ट्री दल में डॉ. जगदीशसिंह, डॉ. पल्लवी रेडड्ी व डॉ. अनिता शामिल थे। दल के आगमन को लेकर जिला अस्पताल के दोनों ही भवनों में विशेष तैयारी की गई थी। दल ने निरीक्षण के पहले दिन बारिकी से निरीक्षण करते हुए चिकित्सक, नर्सिंग स्टॉफ व अन्य कर्मचारियों से सवाल-जवाब किए। चरक भवन में सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा व आरएमओ डॉ. निधी जैन ने जानकारियां दी वहीं जिला अस्पताल में आरएमओ डॉ. बीआर शर्मा और सर्जन डॉ. नरेंद्र गौमे ने दल को जानकारियां दी। दल मंगलवार व बुधवार को भी निरीक्षण करेंगे।
हर पलंग पर चादर, मरीजों को भजन सुनाए
सोमवार को चरक व जिला अस्पताल का नजारा बदला हुआ था, खासकर पुराने भवन का। परिसर में वाहनों की व्यवस्थित पार्किंग कराई जा रही थी। जगह-जगह सिक्युरिटी गार्ड तैनात थे। फर्श पर फिनाइल का पौछा लगाया गया वहीं सभी बिस्तरों पर चादर बिछे हुए थे। दरअसल दल के सामने अच्छी प्रस्तुति के लिए स्वास्थ्य विभाग ने खूब तैयारियां की थी बावजूद ऊपरी मेकअप की कुछ सच्चाई सामने आ ही गई। कहीं पलंग की चादरों के रंग ने हकीकत बयां की तो कहीं कर्मचारियों से हुए सवाल-जवाब में पोल खोली। इसके बावजूद अस्पताल में कई ऐसी अच्छी व्यवस्था भी मिली जिसकी दल ने प्रशंसा की।
चरक में एसएनसीयू का निरीक्षण किया
दल के कुछ सदस्यों ने पहले दिन चरक भवन में एसएनसीयू व शिशु वार्ड का निरीक्षण किया। यहां सफाई व चिकित्सीय व्यवस्था पर दल ने संतोष जताया। यहां उन्होंने चेक लिस्ट देखी व स्टाफ से सवाल-जवाब किए।
जिला अस्पताल में भजन चल रहे, दवाई नहीं
- जिला अस्पताल में मन कक्ष का निरीक्षण करने पर एक मरीज ने दल को बताया कि यहां दवाई नहीं मिलती। बाहर से दवा लाना पड़ती है। दवा उपलबध्ता के सवाल पर डॉक्टर्स संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
- सी वार्ड में दल पहुंचा तो यहां मरीजों के लिए एलइडी पर भजन चलाए जा रहे थे।
- जिला अस्पताल मेंं कुछ जगह सफाई, एग्जॉज व्यवस्था की प्रशंसा की।
्र- कुछ वार्डों में फायर एग्जिस्ट व्यवस्था नहीं मिली।
- प्रत्येक वार के अनुसार पलंग पर अलग-अलग रंग की चादर होना चाहिए थी। मिक्स चादर मिली। पूछने पर नर्स ने बार-बार चादरे गंदी होने का हवाला दिया।
- एक्स-रे व्यवस्था की जानकारी ली।
- नर्स से निडिल इंज्युरी, ५ एस आदि की जानकारी ली। जवाब मिलने पर दल ने प्रशंसा की।
- निरीक्षण में जिला अस्पताल की आइपीडी की प्रशंसा की।
- एमरजेंसी रूम में दवा रखने के लिए फ्रीज का पूछा, संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
- महिला वार्ड में जाने के दौरान फर्श पर चैनल का लोहा उभरा हुआ होने पर आपत्ति ली।
- मरीज से पूछा कि उपचार ठीक हो रहा है, कोई रुपए तो नहीं मांगता। मरीज ने रुपए मांगने से इंकार किया।
Published on:
29 Nov 2022 01:33 pm
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