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सोमवती अमावस्या पर 2.30 बजे खुल जाएंगे पट, महाकाल दर्शन की विशेष व्यवस्था

17 जुलाई को सावन सोमवार है और अमावस्या Amavasya भी है। सोमवार की अमावस्या यानि सोमवती अमावस्या Somvati Amavasya पर शिवपूजन का विशेष महत्व है। इसी दिन हरियाली अमावस्या Hariyali Amavasya है। ऐसे में भक्तों की संख्या और ज्यादा होने का अनुमान है। इस दिन यहां 4 लाख शिवभक्तों के आने का अनुमान है।

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सोमवती अमावस्या Somvati Amavasya पर शिवपूजन का विशेष महत्व

उज्जैन. सावन माह Sawan में उज्जैन में महाकाल mahakal के भक्तों की भीड़ लग रही है। सावन के पहले सोमवार Sawan Monday को महाकाल मंदिर में भक्तों की लंबी लाइन लगी रही। यहां देर रात तक 3 लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए थे। आम भक्तों की सुविधा के लिए कलेक्टर ने महाकाल मंदिर में सावन सोमवार sawan somwar को शीघ्र दर्शन और प्रोटोकाल दर्शन व्यवस्था बंद रखने के निर्देश दे दिए थे जिससे लोग आसानी से दर्शन पूजन कर सके।

सावन के दूसरे सोमवार यानि 17 जुलाई को कई शुभ संयोग पड़ रहे हैं।
17 जुलाई को सावन सोमवार है और अमावस्या Amavasya भी है। सोमवार की अमावस्या यानि सोमवती अमावस्या Somvati Amavasya पर शिवपूजन का विशेष महत्व है। इसी दिन हरियाली अमावस्या Hariyali Amavasya है। ऐसे में भक्तों की संख्या और ज्यादा होने का अनुमान है। इस दिन यहां 4 लाख शिवभक्तों के आने का अनुमान है।

सोमवती अमावस्या Somvati Amavasya पर महाकाल के भक्तों की सुविधा को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने भी अनेक व्यवस्थाएं की हैं। पिछले सोमवार की तरह इस सोमवार को भी शीघ्र दर्शन और प्रोटोकाल दर्शन बंद रहेगा। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देश पर सावन सोमवार को शीघ्र दर्शन और प्रोटोकाल दर्शन प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस प्रकार सोमवती अमावस्या को आम भक्तों को दर्शन में खासी सहूलियत रहेगी।

इधर सावन के दूसरे सोमवार पर उज्जैन में महाकाल की सवारी mahakal sawari भी निकाली जाएगी। 17 जुलाई को महाकाल की श्रावण माह की दूसरी सवारी निकाली जाएगी। जिन अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी सवारी मार्ग में लगाई गई है, उन्हें एक दिन पहले शाम से ही अपने-अपने तैनाती स्थल पर उपस्थित होने को कहा गया है। वरिष्ठ अधिकारियों की टीम त्रिवेणी संग्रहालय से प्रारम्भ करके सम्पूर्ण सवारी मार्ग का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रही है।